UKSSSC Paper Leak : यूकेएसएसएससी का अहम फैसला, इन तीन भर्तियों की दोबारा होगी परीक्षा

0

देहरादून: UKSSSC Paper Leak  यूकेएसएसएससी की परीक्षाओं में नकल के मामले में आयोग ने शुक्रवार को एक अहम निर्णय लिया है। आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा, वन दरोगा और सचिव सचिवालय रक्षक की परीक्षा दोबारा करने का फैसला लिया है, जबकि कनिष्ठ सहायक, व्यक्तिगत सहायक, पुलिस रैंकर उपनिरीक्षक, वाहन चालक, कर्मशाला अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक और मुख्य आरक्षी दूरसंचार भर्ती पर निर्णय लेने के लिए विधिक राय मांगी है।

Rishabh Pant Accident : बात कर रहे हैं ऋषभ पंत, खतरे से हैं बाहर

केवल वही अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सकेंगे जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी है

आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बताया कि जिन परीक्षाओं को रद्द किया गया है। उनमें केवल वही अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सकेंगे जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी है। उन्हें केवल एडमिट कार्ड जारी कर परीक्षा देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों का नाम नकल प्रकरण में आया है। उन्हें इस परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। वहीं भविष्य में होने वाली अन्य परीक्षाओं में भी उन्हें नहीं बैठने दिया जाएगा।

एलटी परीक्षा को क्लीन चिट, नौ जनवरी से साक्षात्कार शुरू

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की ओर से गठित जांच कमेटी ने आठ में से केवल एलटी (सहायक अध्यापक) भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट दी है। एलटी के 1431 पदों के लिए आयोग पूर्व में परीक्षा परिणाम घोषित कर चुका था व 584 सफल अभ्यर्थियों के साक्षात्कार भी हो चुके थे, अब नौ जनवरी 2023 से शेष अभ्यर्थियों के साक्षात्कार शुरू हो जाएंगे।

आयोग की अन्य सात परीक्षाओं को लेकर आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने शुक्रवार को स्थिति साफ करेंगे। इतना तय है कि बाकी सात परीक्षाओं में गड़बड़ी सामने आई है। तभी आयोग ने इन परीक्षाओं को क्लीन चिट नहीं दी। आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने इसकी पुष्टि की।

बातदें कि, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC Paper Leak) की परीक्षाओं पर इस वर्ष जुलाई-अगस्त महीने में नकल और धांधली के आरोप लगे थे। जिसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आयोग की परीक्षाओं की जांच एसटीएफ को सौंपी। एसटीएफ ने एक के बाद एक 41 आरोपितों को प्रदेश व प्रदेश के बाहर से गिरफ्तार किया। इसी दौरान आयोग की ओर से करवाई गई आठ अन्य परीक्षाओं पर भी धांधली के आरोप लगने लगे।

आयोग ने इन आठ परीक्षाओं की जांच के लिए तीन सदस्यों की एक कमेटी बनाई। जिसमें पूर्व आइएएस एसएस रावत को कमेटी का अध्यक्ष और दो सदस्य सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के एडवोकेट जनरल बीके माहेश्वरी व आइटीडीए के विशेषज्ञ संजय माथुर शामिल किए। कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट बीते मंगलवार को आयोग को सौंपी।

गुरुवार को आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि एलटी परीक्षा में जांच कमेटी ने कोई धांधली जैसी बात का उल्लेख नहीं किया है। इसके देखते हुए 1431 एलटी शिक्षकों के पदों के लिए पूर्व में रोकी गई साक्षात्कार की प्रक्रिया नौ जनवरी से शुरू करवाई जा रही है। अन्य सात परीक्षाओं के संदर्भ में आयोग के अध्यक्ष शुक्रवार दोपहर को आयोग मुख्यालय में स्थिति साफ करेंगे।

विवादित एजेंसी ने करवाई थी परीक्षा

इन आठ परीक्षाओं में विवादित भर्ती एजेंसी आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड की भूमिका रही है। जबकि वैयक्तिक सहायक की परीक्षा आनलाइन एनएससीईआरटी ने ली थी। आयोग के सचिव ने इन परीक्षाओं को रद करने की सचिव कार्मिक से सिफारिश की थी। अब भर्ती रद तो नहीं हुई, लेकिन जांच के दायरे में ली गई। अब इन परीक्षाओं के रद होने की संभावना जताई जा रही है।

यह हैं आठ परीक्षाएं

विभाग, पद
एलटी, 1431
कनिष्ठ सहायक, 746
व्यक्तिक सहायक, 660
मुख्य आरक्षी दूरसंचार, 272
पुलिस रैकर्स, 250
वाहन चालक, 164
कर्मशाला अनुदेशक, 157
मत्स्य निरीक्षक, 26

Heeraben Modi Death : पंचतत्व में विलीन हुईं मां हीराबा, पीएम ने दी मुखाग्नि

LEAVE A REPLY