पिछले चार सालों में लोकतांत्रिक संस्थाएं लगातार कमजोर हुई हैं। भ्रष्टाचार बेरोजगारी, आतंकवाद और महिला हिंसा की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। बैंकिग क्षेत्र में सबसे अधिक नुकसान होने के कारण देश का आर्थिक और सामाजिक स्थिति गिर रही है। लेकिन इसके बाद भी केंद्र अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं ला रहा है।
यह बात राज्य सभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पिछले चार साल का कार्यकाल काफी निराशाजनक रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी व्यक्ति का अत्यधिक महिमा मंडन करना घातक होता है और भाजपा इसी रास्ते पर चल रही है।
देश में गरीब और अधिक गरीब होता जा रहा है
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार को दूर करने, कालाधन वापस लाने, आतंकवाद को खत्म करने के वायदे कर सत्ता हासिल की। लेकिन इनमें से एक भी वादा प्रधानमंत्री ने पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश में गरीब और अधिक गरीब होता जा रहा है। सरकार आम आदमी के हितों को नकार कर पूंजीपतियों को लाभ देने में लगी हुई है। आरक्षण के सवाल पर टम्टा ने कहा कि सरकार को न्यायालय के निर्णय पर विचार करना चाहिए। ताकि देश को समरसता के साथ आगे बढ़ाया जा सके।
वार्ता के दौरान पूर्व विधायक मनोज तिवारी, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी, नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला, बिट्टू कर्नाटक, हेम तिवारी, प्रमोद कुमार, मोहन सिंह मेहरा समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।