देहरादून: भारत विश्वगुरू बनने की ओर बढ़ रहा है, हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर हमारी सरकार ला रही है और वर्तमान चुनौतियों में जनसंपर्क को निभाना होगा मुख्य कार्य भारत को आगे बढ़ाने में यह कहना है भारत के शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ का। डा. निशंक पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी आफ इंडिया द्वारा आयोजित 42वीं राष्ट्रीय पब्लिक रिलेशंस कान्फ्रेंस के मुख्य अतिथि रहे, इस दो दिवसीय आनलाइन कार्यक्रम का थीम है ‘कोविड 19 उपरांत उभरता विश्व: गतिशीलता में जनसम्पर्क” (The emerging new world, post covid 19: public relations in action )
डॉ निशंक ने कहा कि
कोरोना और अन्य राष्ट्रीय मुद्दों पर जागरूकता पैदा करने में पीआरएसआई के प्रयासों की सराहना करते हुए डॉ निशंक ने कहा कि एक बार जब भारत अपने पारंपरिक मूल्यों, युवा शक्ति, तकनीकी कौशल के बल पर कोरोना से बाहर आ जाता है, तो भारत विश्व में अग्रणी बन जाएगा। डॉ निशंक ने कहा कि नई शिक्षा नीति (एनईपी 2020) और आत्मानिर्भर भारत अभियान राष्ट्र के युवाओं को सशक्त करेगा, जो भारत का नया चेहरा बनाएंगे, देश को नयी दिशा और दशा देंगे । डा. निशंक ने पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी आफ इंडिया द्वारा शुरू की गई नई योजना का अनावरण किया जो जनसम्पर्क के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देगी, जनसंपर्क में डॉक्टरेट हासिल करने वालों को पीआरएसआई द्वारा नगद पुरस्कार दिया जाएगा,और उन्हें आगामी पीआर सम्मेलन में सम्मानित किया जाएगा साथ ही पीआरएसआई की जीवन सदस्यता भी दी जाएगी।
इस अवधि में नई सुविधाएं भी शुरू
सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष, माधव वैद्य ने संगठनात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने, सार्वजनिक सेवाओं को बनाए रखने, कोविड 19 के बारे में जागरूकता पैदा करने और सुरक्षित कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए महामारी के दौरान जनसंपर्क और संचार पेशेवरों द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की। । देश में जनसंपर्क से जुड़े लोगों ने रचनात्मक रूप से संगठनात्मक कार्यक्रमों को हितधारकों के लिए बहुत प्रभावी ढंग कार्य किया। उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल की टीम ने एलपीजी सहित पेट्रोलियम उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की है। इस अवधि में नई सुविधाएं भी शुरू की गई हैं। भारतीय तेल ने यूरो VI उत्पाद और 100 ऑक्टेन पेट्रोल भी पेश किए जो कि एक बड़ी उपलब्धि है।
कोरोना वायरस 7 से 9 दिनों में मर जाना चाहिए
पद्मश्री डा के.के. अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने अपने महत्वपूर्ण भाषण में कोविड 19 संक्रमण और सावधानी बरतने के लिए आवश्यक जानकारी दी। कोरोना वायरस 7 से 9 दिनों में मर जाना चाहिए। 9 दिनों के बाद आप पोस्ट कोविड कहलाते हैं और सामान्यतः आपसे संक्रमण दूसरों को नही होगा और आप साधारण मरीज की तरह अपना ईलाज करा सकते हैं । और अगर आने वाले समय में आपको टीकाकरण उपलब्ध होता है तो उसके बारे में पूरी जानकारी अवश्य लें । पोस्ट कोविड स्थिति में फिर से कोरोना होने की संभावनाएं कम रहती हैं लेकिन तीन माह के बाद फिर संक्रमण हो सकता है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने कहा कि
पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने कहा कि कोरोना ने संपूर्ण विश्व, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, शासन, कॉर्पोरेट कामकाज, विपणन, मीडिया और जनसंपर्क को प्रभावित किया है। जनसंपर्क से जुड़े लोगों को भी चुनौतियों को लेना पड़ेगा और नये क्लेवर में अपना प्रस्तुतीकरण करना होगा। छह दशक की सेवाओं में, पीआरएसआई ने न केवल व्यावसायिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया है, बल्कि राष्ट्रीय चिंताओं और सामाजिक वस्तुओं से जुड़े लोगों के मुद्दों के लिए भी प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि किसी भी पेशे के लिए शिक्षा और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है और नई योजना जो पीआरएसआई द्वारा लोगों को पुरस्कृत करने के लिए शुरू की गई है, जो पीआर में डॉक्टरेट करेंगे उन्हें पीआरएसआई सम्मानित करेगी।
42 वें वार्षिक पीआर सम्मेलन के लिए तकनीकी सहायता
पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष अमित पोखरियाल, और सचिव अनिल सती ने देहरादून चैप्टर द्वारा पिछले साल से कोविड 19 महामारी परिदृश्य में किए गए कार्यों के बारे में बताया, जिसे पीआरएसआई के विभिन्न अध्यायों द्वारा सराहा गया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र मेहता, अनु मजूमदार, उन्मेश दीक्षित, यूएस सरमा, वाई बापजी, दिलीप चौहान उपस्थित थे। अहमदाबाद चैप्टर की टीम ने 42 वें वार्षिक पीआर सम्मेलन के लिए तकनीकी सहायता दी।