नई दिल्ली,धूप-छांव के खेल में बुधवार को दिल्ली में गर्मी के तेवर ढीले रहे। अगले दो दिन भी बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार के बाद हल्के बादल तो हो सकते हैं लेकिन बारिश की संभावना नहीं रहेगी।
बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो इस मौसम का सामान्य तापमान है। न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है। हवा में नमी का स्तर 56 से 91 फीसद दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी एयर बुलेटिन के मुताबिक बुधवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 90 के अंक पर रहा। इस स्तर के सूचकांक को संतोषजनक श्रेणी में रखा जाता है।
आइएमडी और स्काईमेट के पूर्वानुमानों का होगा विश्लेषण
औसत से ज्यादा बरसात के साथ चार महीने का मानसून सत्र आखिरी पड़ाव पर है। इस साल हुई बारिश ने भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) और निजी क्षेत्र की स्काईमेट वेदर के शुरुआती पूर्वानुमानों को ध्वस्त कर दिया है। आइएमडी का कहना है कि वास्तविक बरसात और पूर्वानुमान में अंतर के कारणों का विस्तार से विश्लेषण किया जाएगा।
आइएमडी ने अप्रैल में कहा था कि देश में दीर्घावधि औसत (लांग पीरियड एवरेज-एलपीए) के 96 फीसद बरसात होगी। जबकि, स्काईमेट ने एलपीए के 93 फीसद बारिश होने की भविष्यवाणी की थी। दोनों ने आंकड़ों में पांच फीसद कम-अधिक के अंतर का अनुमान भी जताया था।
मौजूदा एलपीए 89 सेंटीमीटर है
बता दें कि एलपीए देश में 50 साल की अवधि 1951-2000 के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन में हुई औसत बारिश के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मौजूदा एलपीए 89 सेंटीमीटर है। एलपीए के 90 फीसद से कम को सामान्य से कम बरसात कहते हैं और 110 फीसद से ज्यादा को सामान्य से ज्यादा बारिश होना कहते हैं। एलपीए के 96-104 के बीच की बरसात को सामान्य बारिश की श्रेणी में रखा जाता है।इस तरह आइएमडी का 96 फीसद का पूर्वानुमान सामान्य और सामान्य से कम बारिश की सीमा पर है। जबकि, स्काईमेट का 93 फीसद का अनुमान सामान्य से कम बारिश की श्रेणी में आता है। स्काईमेट ने सामान्य से कम बारिश के लिए एल नीनो प्रभाव को कारण बताया था। परंतु, मानसून सीजन के आखिर में आइएमडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल देश में सामान्य से 10 फीसद ज्यादा बरसात हुई। आइएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इसका विस्तृत अध्ययन किया जाएगा।