चेन्नई। कांग्रेस में अपमानित किए जाने का दावा करते हुए दक्षिण भारतीय फिल्मों की अभिनेत्री खुशबू सुंदर ने मंगलवार को अचरज व्यक्त किया कि जिस पार्टी में सच बोलने की आजादी नहीं है, वह देश का भला कैसे कर सकती है। भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद खुशबू ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब उसी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर पहल की थी, लेकिन अब चाहे कर सुधार हों या केंद्र के कृषि कानून, वह बस भगवा पार्टी के विरोध के नाम पर ही उनमें कमियां तलाश रही है। उन्होंने कहा कि वह जब कांग्रेस में थीं तब भी उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और तत्काल तीन तलाक खत्म किए जाने का स्वागत किया था।
भाजपा की तमिलनाडु इकाई के मुख्यालय में अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में अभिनेत्री ने दावा किया, ‘(कांग्रेस में) मेरा अपमान किया जाता था और पार्टी के कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किया जाता था। मुझे अखबार देखने के बाद ही कार्यक्रमों का पता चलता था।’ उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल के बावजूद वह पार्टी छोड़ने तक कांग्रेस के प्रति कटिबद्ध रहीं। खुशबू सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं। वह कांग्रेस में छह साल तक राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने और हाल ही में सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं को हाशिये पर डाले जाने को लेकर भी उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा।
कांग्रेस छोड़े जाने के सवाल उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में बहुत विस्तार से बात नहीं करना चाहती। मैंने कांग्रेस छोड़ी क्योंकि मैं उनकी कार्यप्रणाली से खुश नहीं थी। कांग्रेस पार्टी अब बदल गई है। पार्टी के लोग बदल गए हैं और उनके विचार बदल गए हैं। खुशबू ने कहा कि कांग्रेस मुझे जिम्मेदारी देने की बात बीते चार साल से कर रही थी। मैंने उन्हें बताया कि स्थानीय नेता मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहे हैं लेकिन वे नहीं जागे।