Gold & Silver Price Today: फेस्टिव सीजन में लौटी सोने-चांदी की चमक, जानिए कितनी हो गई कीमत
फेस्टिव सीजन का सोने-चांदी की मांग पर असर साफ दिख रहा है। पिछले हफ्ते शुक्रवार को जो सोना 50,550 रुपये था, वह इस शुक्रवार तक 52,240 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। यानी महज हफ्ते भर में सोने में 1690 रुपये यानी करीब 1700 रुपये की बढ़त देखी गई है। वहीं चांदी में भी शानदार बढ़त देखने को मिली है। पिछले हफ्ते शुक्रवार को चांदी 60,383 रुपये प्रति किलो बिक रही थी, जो महज एक हफ्ते में 4894 रुपये यानी करीब 4900 रुपये बढ़कर 65,277 रुपये प्रति किलो हो गई है। देखा जाए तो ये हफ्ता सोने-चांदी के लिए बहुत ही शानदार साबित हुआ।
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सिर्फ वायदा बाजार में ही सोना मजबूत नहीं हुआ है, बल्कि ये हफ्ता सर्राफा बाजार के लिए भी शानदार साबित हुए है। पिछले शुक्रवार को सर्राफा बाजार में सोना 50,812 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 60,700 रुपये प्रति किलो थी। इस हफ्ते शुक्रवार तक सोना 905 रुपये बढ़कर 51,717 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जबकि चांदी 3878 रुपये बढ़कर 64,578 रुपये प्रति किलो हो गई।
देखिए ऑल टाइम हाई से कितना गिरे सोना-चांदी
7 अगस्त 2020, ये वो दिन था फेस्टिव सीजन सोने-चांदी ने एक नया रेकॉर्ड बनाया। सोने और चांदी दोनों ने ही अपना ऑल टाइम हाई छुआ। 7 अगस्त को सोने ने 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम का ऑल टाइम हाई का स्तर छुआ था, जबकि चांदी ने 77,840 रुपये प्रति किलो का स्तर छुआ था। सोना अब तक करीब 4000 रुपये प्रति 10 ग्राम गिरा है, जबकी चांदी 12,500 रुपये प्रति किलो तक गिर चुकी है।
क्या सोना कोरोना काल से पहले की स्थिति में लौट आएगा?
कोरोना वायरस की वजह से शेयर बाजार में एक तगड़ी गिरावट देखने को मिली थी। समय बीतने के साथ-साथ शेयर बाजार उस तगड़ी गिरावट से लगातार उबर रहा है। दुनिया भर के अधिकतर शेयर बाजार कोरोना की वजह से आई गिरावट से मजबूती से लडते हुए रिकवर कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सोना (today gold price) अपना ऑल टाइम हाई छू कर वापस आ चुका है। आए दिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अब सवाल ये उठता है कि क्या सोना भी कोरोना काल से पहले वाली स्थिति में लौट आएगा, क्योंकि ये ट्रेंड देखा गया है कि शेयर बाजार मजबूत होता है तो सोना कमजोर होता है और इसका उल्टा भी होता है। तो क्या सोना अभी और सस्ता होगा, क्योंकि जनवरी में सेंसेक्स 41 हजार के करीब था, तब सोने की कीमत भी 41 हजार के करीब थी।
एक्सपर्ट्स की मानें तो जारी रहेगा उतार-चढ़ाव
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सविर्सिज के जिंस शोध के उपाध्यक्ष नवनीत दमानी कहते हैं कि सोना ऊंचाई से गिरकर 50 हजार रुपये के दायरे में आया है, जबकि चांदी 60 हजार रुपये के दायरे में आ चुकी है। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में भी उतार चढ़ाव जारी रह सकता है। केडिया कैपिटल के डायरेक्टर अजय केडिया मानते हैं कि स्टिमुलस पैकेज ने शेयर बाजारों के लिए स्टेरॉयड का काम किया। इसी की वजह से शेयर बाजार में तेजी आई है, लेकिन इसे नेचुरल नहीं कहा जा सकता।
सोना सस्ता होगा या महंगा?
सोने में गिरावट की एक बड़ी वजह है पिछले 2 महीनों में रुपये में आई मजबूती। अभी रुपये 73-74 रुपये प्रति डॉलर तक मजबूत हो चुका है, जो कुछ महीने पहले 76-77 रुपये प्रति डॉलर तक कमजोर हो गया था। अगर फिर से डॉलर मजबूत होता है तो सोने में लॉन्ग टर्म में फिर से मजबूती देखने को मिलेगी और डॉलर का फिर से मजबूत होना लगभग तय ही है। यानी सोना अगले साल तक 60-70 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।