Champions Trophy : भारत और न्यूजीलैंड के बीच नौ मार्च को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था, जबकि न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को मात देकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया। 25 साल बाद एक बार फिर यह दोनों टीमें आईसीसी के सीमित ओवर प्रारूप के खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी।
आठ दिन के भीतर दूसरी बार होगा सामना
भारत और न्यूजीलैंड चैंपियंस ट्रॉफी में ग्रुप ए में शामिल थीं। भारत ने ग्रुप चरण के आखिरी मैच में न्यूजीलैंड को हराया था और अब आठ दिन के अंतर दोनों टीमें एक बार फिर आमने-सामने होंगी। भारत और न्यूजीलैंड की टीमें दो बार आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में भिड़ी हैं। आखिरी बार दोनों टीमों के बीच 2021 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल मुकाबला खेला गया था। बारिश के कारण छह दिनों तक चले इस खिताबी मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम भारत पर भारी पड़ी थी और कीवियों ने भारतीय टीम को आठ विकेट से हराया था।
25 साल पहले कीवियों ने तोड़ा था भारत का सपना
दिलचस्प बात यह है कि आईसीसी के सीमित ओवर के प्रारूप में आखिरी बार दोनों टीमें फाइनल में 2000 में आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी (अब चैंपियंस ट्रॉफी) में खेली थीं। उस समय न्यूजीलैंड ने भारत ने चार विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया था। उस मैच में सौरव गांगुली की अगुआई वाली भारतीय टीम ने गांगुली के 117 रन और सचिन तेंदुलकर के 69 रनों की बदौलत 50 ओवर में छह विकेट पर 264 रन बनाए थे। जवाब में स्टीफन फ्लेमिंग की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड टीम ने लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया था। कीवी टीम के लिए क्रिस कार्न्स ने 113 गेंदों पर नाबाद 102 रन बनाए थे और भारत के मुंह से जीत छीन ली थी।
न्यूजीलैंड को लंबे समय से आईसीसी खिताब का इंतजार
इसके बाद से न्यूजीलैंड ने कभी आईसीसी के सफेद गेंद प्रारूप का टूर्नामेंट नहीं जीता है। न्यूजीलैंड की टीम 2015 और 2019 वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची, लेकिन दोनों ही बार उसे हार का सामना करना पड़ा। अब उसका सामना एक और फाइनल में रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम से होगा जो टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए खिताबी मुकाबले में पहुंची है।
गत दो मार्च को भारत और न्यूजीलैंड के बीच इसी दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर मुकाबला हुआ था जिसमें भारत ने न्यूजीलैंड के सामने 250 रनों का लक्ष्य रखा था। इस मैच में वरुण चक्रवर्ती की अगुआई में भारतीय स्पिनरों के दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया लक्ष्य का बचाव करने में सफल रही थी। चैंपियंस ट्रॉफी का अपना पहला ही मैच खेलते हुए वरुण ने पांच विकेट झटके थे और न्यूजीलैंड लक्ष्य से पीछे रह गया था।