नई दिल्ली। Maharashtra News: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर तट पर संदिग्ध नाव मिलने से हड़कंप मच गया है। नाव में तीन एके 47 राइफल और कारतूस भी मिले हैं। हरिहरेश्वर तट पर नाव कैसे पहुंची। हथियारों को यहां लाने का क्या मकसद था। इसको लेकर पुलिस जांच कर रही है। साथ ही पुलिस इसका भी पता लगा रही है क्या मुंबई को दहलाने की फिर से साजिश रची जा रही थी।
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मुंबई बम धमाकों में मारे गए थे 257 लोग
रायगढ़ में संदिग्ध नाव मिलने के बाद 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों (Maharashtra News) की याद ताजा हो गई है। बता दें कि 12 मार्च 1993 को मुंबई में दो घंटे के भीतर सिलसिलेवार 12 बम धमाके हुए थे। सीरियल बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी जबकि 713 लोग घायल हो गए।
तब रायगढ़ ही लाया गया था आरडीएक्स
मुंबई बम धमाके की घटना को अंजाम देने के लिए रायगढ़ में ही आरडीएक्स, गोला-बारूद और अन्य हथियारों की खेप आई थी। 12 मार्च 1993 को मुंबई में अलग-अलग जगहों पर विस्फोटक प्लांट किए गए थे। उस दिन एक के बाद एक हुए 12 धमाकों ने मुंबई को हिला कर रख दिया था। इन धमाकों में 257 लोगों की जान चली गई और 713 लोग घायल हो गए।
दो नावों में मिले हथियार
बता दें कि गुरुवार को रायगढ़ में दो नाव मिली हैं। दोनों नावों में कोई शख्स नहीं मिला है। पुलिस ने नाव से तीन एके 47, जिंदा कारतू, लाइफ जैकेट्स और संदिग्ध सामान बरामद किया है। नाव का पंजीकरण ब्रिटेन का बताया जा रहा है, जबकि नाव में रखे एके-47 के बाक्स पर ओमान की किसी कंपनी का नाम लिखा है। संदिग्ध नाव मिलने के बाद मुंबई और पड़ोसी रायगढ़ जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस संदिग्ध नावों के बारे में और जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।