देहरादून: 30 अप्रैल 2019 को व्हाट्सअप पर एक वीडियो वायरल हुआ। निजी चैनल की आईडी का इस्तमाल कर चैनल के स्वामी, रिपोर्टर और चैनल के एक कैमरामैन ने साजिशन इस वीडियों को तैयार किया। इस कथित वीडियों में महंत इन्दरेश अस्पताल को जिस रूप में दिखाया, सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज व महंत इन्दिरेश अस्पताल को जिस रूप में दिखाया गया है, उससे श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल व श्री दरबार साहिब, देहरादून की छवि को भारी नुकसान पंहुचा है। इस कारण श्री दरबार साहिब से जुड़ी लाखों संगतो, महंत इन्दिरेश अस्पताल के डॉक्टरों, कर्मचारियों व स्टाफ में भारी रोष व्याप्त है। इस वीडियों से संगतो की भावनाओं को भड़काने की कोशिश की गई है
आपको यहा इस बात से भी अवगत करा दें कि महंत इन्दिरेश अस्पताल में कूड़ा निस्तारण का कार्य राज्य सरकार के तय मानको/बी.एम.डब्ल्यू की नियमावली के तहत किया जा रहा है। सम्बन्धित राज्य सरकार के विभाग को समय समय पर कार्य की रिपोर्ट भेजी जाती है व सम्बन्धित विभाग निरीक्षण करता है। वहीं निजी चैनल के कुछ लोगों ने कथित वीडियों को केवल अस्पताल प्रबन्धन एवम् सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की छवि को खराब करने और ब्लैकमेल करने के उद्देश्य से ही तैयार किया है। वही इसी के साथ अस्पताल के कूड़ा निस्तारण की विधि को समझाने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट मैनेजर से जानकारी ली तथा 50 लाख रूपये की मांग की। ऐसा ना करने पर महंत इन्दिरेश अस्पताल और श्रीमहंत देवेन्द्र दास के परिणाम भुगतने की धमकी दी है।