देहरादून: साल का दूसरा चंद्रग्रहण 16 जुलाई को है। यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इस दिन गुरु पूर्णिमा भी है। चंद्रग्रहण के नौ घंटे पहले सूतक शुरू हो जाएगा। शास्त्रों में कहा गया है कि सूतक लगने और ग्रहण के दौरान भूलकर भी कुछ काम नहीं करना चाहिए। नहीं तो इसका व्यक्ति के जीवन पर बुरा असर पड़ता है।
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1- शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण में 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण में 9 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है। सूतक के दौरान और ग्रहण के खत्म होने तक भगवान की मूर्ति को नहीं छूना चाहिए। ग्रहण में घर के मंदिरों के कपाट बंद कर देना चाहिए। ताकि भगवान पर ग्रहण का असर ना हो सके।
2- शास्त्रों में कहा गया है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान ना तो ग्रहण देखना चाहिए और ना ही घर के बाहर निकलना चाहिए।
3- ग्रहण में स्त्री-पुरुष को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से गर्भधारण में संतान पर बुरा असर पड़ता है।
4- सूतक लगने पर और ग्रहण के दौरान सबसे ज्यादा नकारात्मक शक्तियां हावी रहती हैं। ग्रहण में कभी भी सूनसान या श्मशान में नहीं जाना चाहिए।
5- सूतक लगने पर किसी भी तरह का कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। ग्रहण में किया गया कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं होता।
6- ग्रहण के दौरान बाल और नाखून काटने से बचना चाहिए। इसके अलावा न तो कुछ खाना चाहिए और न ही खाना बनाना चाहिए।
7- ग्रहण के दौरान घर के सदस्यों या घर के बाहर के लोगों से वाद-विवाद नहीं करना चाहिए।