अल्मोड़ा। राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में सरकार पर शिक्षकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए 21 जुलाई से ब्लॉक स्तर से प्रदेश स्तर तक क्रमिक अनशन करने का निर्णय लिया गया।
मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय क्षेत्र के सभागार में हुई बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष कमल किशोर डिमरी ने कहा कि वर्तमान में विद्यालयों में प्रधानाचार्यो के पदों की 50 प्रतिशत नियुक्ति बाहर से करने की बात कही जा रही है जिसका संघ विरोध करता है उन्होंने कहा कि विद्यालयों में प्रधानाचायों की नियुक्ति प्रदेश में कार्यरत शिक्षकों को ही दी जानी चाहिए। वही वक्ताओं ने विद्यालयों के कोटिकरण सुधारने, शिक्षकों को एसीपी का लाभ देने, अनिवार्य स्थानांतरण में 50 वर्ष से अधिक की महिलाओं को छूट फन;स जाने, सातवें वेतनमान की विसंगतियों को दूर करने, पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने की मांग जोर शोर से उठाई । सरकार पर शिक्षकों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन की रुपरेखा तय की गई। बैठक में तय किया गया कि मांगे न माने जाने पर 15 जुलाई तक समस्त जिला कार्यकारिणी अपने अपने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेंगे। इसके बाद भी मांगे नहीं मानी गई तो 21 जुलाई से 24 जुलाई तक निदेशालय में प्रांतीय एवं मंडलीय कार्यकारिणी एवं जिला मुख्यालयों में जिला कार्यकारिणी, ब्लॉक में ब्लॉक कार्यकारिणी के पदाधिकारी क्रमिक अनशन शुरु करेंगें। इसके बाद भी अगर सर्कार ने मांगो पर कार्रवाई नहीं की तो 25 जुलाई से प्रांतीय कार्यकारिणी देहरादून में आमरण अनशन करेगी। बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष कमल किशोर डिमरी, महामंत्री डा. सोहन सिंह मांझिला, उपाध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा, संयुक्त मंत्री योगेश घिल्डियाल, कोषाध्यक्ष अनूप चौधरी, जिलाध्यक्ष अल्मोड़ा हीरा सिंह बोरा, भूपाल सिंह चिलवाल, कुलदीप जोशी, आरके जोशी, दीपक शर्मा, अरुण चौधरी, जगदीश बिष्ट, पान सिंह मेहता, जगदीश अधिकारी, प्रवीण रावत, गोविंद भंडारी, गोपाल मेहता, विजय गोस्वामी, राजू महरा, नितेश कांडपाल, चंद्र प्रकाश मिश्रा, सहित कुमांऊ मंडल के 6 जिलों के शिक्षक प्रतिनिधि मौजूद रहे।