ऋषिकेश। Ranipokhari bridge demolished: ऋषिकेश क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। शुक्रवार को अचानक रानीपोखरी के ऊपर बना पुल टूट गया। उस वक्त पुल के ऊपर से कई वाहन गुजर रहे थे। वाहनों के बहने की जानकारी सामने आई। पुल का जो हिस्सा टूटा, वहां कुछ वाहन फंस गए और कुछ पलट गए।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रानीपोखरी के निकट पुल टूटने की घटना के जांच के दिए आदेश। उन्होंने कहा कि यह देखा जाएगा, किसने पुल बनाया, कब बनाया और कार्यदायी संस्था कौन थी। वहीं, पुल के टूटने से दून का ऋषिकेश से संपर्क कट गया है। अब अगर किसी को ऋषिकेश से देहरादून आना है तो उन्हें नेपाली फार्म होते हुए आना होगा।
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गुरुवार सुबह रानीपोखरी पर बना पुल टूट गया
ऋषिकेश में लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं। गुरुवार सुबह रानीपोखरी पर बना पुल टूट गया। पुल का जो हिस्सा टूटा है, वहां कुछ वाहन फंस गए और कुछ पलट गए हैं। कुछ वाहनों के बहने की भी आशंका है।
नदी के तेज प्रवाह के कारण पुल के मध्य में स्थित पुस्ते क्षतिग्रस्त
रानीपोखरी थानाध्यक्ष जितेंद्र चौहान ने बताया कि नदी में बीते रोज से ही भारी मात्रा में पानी आ रहा था। पुल के दोनों किनारों पर पानी टक्कर मार रहा था। पेट्रोल पंप की दिशा में भू कटाव भी हुआ है। नदी के तेज प्रवाह के कारण पुल के मध्य में स्थित पुस्ते क्षतिग्रस्त हो गए। मौके पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
उफनाई हुई नदी पर क्षतिग्रस्त पुल और उसमें फसी गाड़ियों का मंजर बेहद ख़तरनाक है। पुल टूटने से एक व्यक्ति की बाइक भी क्षतिग्रस्त हिस्से में फंस गयी। जान जोखिम में डाल कुछ लोगों की मदद से बाइक निकालता व्यक्ति पुल के बीच में फंसे वाहनों को निकालने की कोशिश हो रही है। इस पुल के टूट जाने से गढ़वाल मंडल का राजधानी और एयरपोर्ट से सड़क संपर्क टूट गया है। देहरादून जाने वाले जो भी वाहन ने वह अब नेपाली फार्म वाया भानिया वाला होकर भेजे जा रहे हैं।
ऐसे हो रही आवाजाही…
ऋषिकेश से देहरादून, डोईवाला, रानीपोखरी आदि क्षेत्रों में आने वाले ट्रैफिक को ऋषिकेश नटराज से नेपाली फार्म को होकर देहरादून भेजा जा रहा है, जबकि देहरादून से रानीपोखरी ऋषिकेश को जाने वाला ट्रैफिक भानियावाला हरिद्वार बाईपास नेपाली फार्म से होकर ऋषिकेश भेजा जा रहा है। रानीपोखरी थानाध्यक्ष ने बताया कि पुल के दोनों ओर ट्रैफिक रोक दिया गया है। उप जिलाधिकारी डोईवाला लक्ष्मी राज चौहान ने बताया कि थानो भोगपुर मार्ग पर भी पानी के बहाव को देखते हुए ट्रैफिक रोका गया है।
Ranipokhari bridge demolished: 1964 में बना था ये पुल
वहीं, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता दिनेश सिधवाल ने बताया कि देहरादून राजधानी के निकट रानीपोखरी पुल 1964 में बना था। इस पुल के दो पैनल टूटे हैं। मौके पर जिलाधिकारी देहरादून पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि पूरे घटनाक्रम पर नजर रखी गई है। फिलहाल दोनों और ट्रैफिक रोक दिया गया है। गढ़वाल को राजधानी से जोड़ने वाला यह महत्वपूर्ण पुल है।
फिलहाल, इससे किसी तरह के जानमाल का कोई नुकसान नहीं है। पुल के धसने से पहले दो छोटे हाथी वाहन एक होमिनी वाहन नीचे फंसे हुए हैं। प्रशासन पानी रुकने का इंतजार कर रहा है, जिससे पुल के नीचे धंसे वाहनों को निकाले जाने की प्रक्रिया की जाएगी।
-रानी पोखरी पुल कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग का अस्थाई खंड ऋषिकेश है।
-पुल का निर्माण वर्ष 1964 -65।
-पुल की लंबाई 431.60 मीटर।
-पुल की लंबाई 07 मीटर।
-इस पुल के बगल में केंद्रीय सड़क निधि से नेशनल हाईवे डोईवाला डिवीजन के लिए दूसरा पुल स्वीकृत है।
सहस्रधारा में सड़क का एक हिस्सा बहा
देहरादून में रातभर हुई भारी बारिश के कारण सहस्रधारा में नदी उफान पर आ गई, जिसके चलते भू-कटाव के कारण सड़क का एक हिस्सा बह गया। खैरी मान सिंह में बारिश से सड़क और पुस्ते को काफी नुकसान पहुंचा है।
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