टिहरी: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ने अब अपना विक्राल रूप धारण कर लिया है, जिससे आम जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से सड़क मार्ग तो बुरी तरह से बाधित हो ही गए है, लेकिन तेज बारिश होने के वजह से लोगों के घरों में मलबा भर गया है। जिससे लोगों को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी भी प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है। वहीं मौसम विभाग ने फिर से प्रदेश के सात जिलों में अगले 24 घंटों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जिससे नदी किनारे बसे लोगों को सावधान रहने को कहा गया है।
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मौैसम विभाग की जारी रिपोर्ट के अनुसार राजधानी दून समेत प्रदेश के सात जिलों में भारी से भारी बारिश होने की आंशका है। नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में बारिश होने का अनुमान है। गुरुवार को हुई बारिश ने पहाड़ी क्षेत्रों में अपना विक्राल रूप धारण कर रखा है। पहाड़ों में मानसून की बारिश अब जनजीवन पर भारी पड़ रही है। बुधवार देर रात से शुरू हुई बारिश का सिलसिला बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। इससे राजमार्गों के अवरुद्ध होने के साथ ही कई स्थानों पर दूध, सब्जी, अखबार और अन्य जरूरी वस्तुओं की सप्लाई ठप रही।
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वहीं इसी के साथ टिहरी जिले में भी बारिश का कहर जारी है। दोगडा गदेरे का मलबा और पानी कोठियाड़ा गांव के 18 घरों में घुसने से अफरातफरी मच गई। ग्रामीणों ने घरों से भागकर जान बचाई। मलबे से कोठियाड़ा सिंचाई नहर और पेयजल योजना भी क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे आम जन को काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।