देहरादून। National press day : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर मीडिया से जुड़े सभी प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और लोकतंत्र के लिए प्रेस की स्वतंत्रता अहम है। प्रेस किसी भी समाज का आईना होता है।
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कोरोना की वैश्विक महामारी से वर्तमान में पूरा विश्व प्रभावित
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मानव जीवन के साथ ही हमारे सामाजिक सरोकारों पर भी मीडिया का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है। सामाजिक जन जागरण में भी मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की वैश्विक महामारी से वर्तमान में पूरा विश्व प्रभावित हुआ है। इस महामारी से बचाव के लिये प्रेस के माध्यम से जन जागरूकता के प्रसार में सराहनीय पहल हुई है।
क्यों मनाया जाता है National Press Day?
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है. साथ ही ये दिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने और उसका सम्मान करने की प्रतिबद्धता की बात करता है. प्रेस की आजादी के महत्व के लिए दुनिया को आगाह करने वाला ये दिन बताता है कि लोकतंत्र के मूल्यों की सुरक्षा और उसे बहाल करने में मीडिया अहम भूमिका निभाता है.
प्रथम प्रेस आयोग ने भारत की प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा करने और पत्रकारिता में उच्च आदर्श स्थापित करने के उद्देश्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की गई थी. परिणामस्वरुप, भारत की 4 जुलाई, 1966 को प्रेस परिषद की स्थापना हुई, जिसने 16 नवंबर, 1966 से अपना औपचारिक कामकाज शुरू किया. तब से हर साल 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रैस दिवस के रूप में मनाया जाता है.
इसके चलते सरकारों को पत्रकारों की सेफ्टी भी सुनिश्चित करनी चाहिए. जबकि वर्तमान समय में जर्नलिस्ट की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होने के कारण आए दिन पत्रकारों की हत्या की खबरें अखबार की सुर्खियों में देखने को मिलती है. जो कि सभ्य समाज के लिए शर्म की बात है.