ट्रांसपोर्टर के परिजनों को नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की पहल पर एक घंटे में करीब 7.50 लाख की मदद के बाद उन्होंने धरना समाप्त कर दिया। इस दौरान इंदिरा हृदयेश ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में प्रदेश की भाजपा सरकार का अमानवीय चेहरा सामने आया है। मुख्यमंत्री के वादे के बावजूद पीडित परिवार को मदद नहीं मिलना सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
मामले को लेकर जाएंगे हाईकोर्ट
ट्रांसपोर्टर के परिजनों को 7.50 लाख की मदद देने के बाद नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि उनकी ओर से परिवार को पूरे 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। शेष राशि भी जल्द ही उनतक पहुंचा दी जाएगी। उन्होंने दुख की इस घड़ी पर ट्रांसपोर्टर के परिवार की मदद के लिए आगे आने पर लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वह मामले को लेकर हाईकोर्ट में जाएंगे। अब अदालत ही सरकार से पूछेगी कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद पीड़ित परिवार को मदद क्यों नहीं दी गई। मामले में शासन-प्रशासन से जवाब मांगा जाएगा।
इस दौरान पीडित परिवार की मदद के लिए डॉ.खुराना, नरेश अग्रवाल, महावीर प्रसाद, टूीटू गुप्ता, संयक सोसायटी, राजू विनायक, मुदित बंसल, रजत गर्ग, संजय अग्रवाल, विजयंत जायसवाल, उमेश अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, आलोक शारदा, कालाकोटी, विरेन्द्र गोयल, गोलू, राहुल वाष्णेय,नवनीत अग्रवाल, दीपक बल्यूटिया, वीरेन्द्र चड्ढ़ा, योगेश शर्मा, सुभाष गुप्ता, रिक्की, महेश शर्मा आदि लोग आगे आए।