पुलिस व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम ने किया सेक्स रैकेट का भंडाफोड़

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पुलिस व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम ने शहर के मुखानी चैराहे के समीप स्थित निशांत विहार में चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। टीम ने निशांत विहार में एक घर पर छापा मारकर रैकेट संचालिका, एजेंट समेत पांच महिलाओं और दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को घर से कई आपत्तिजनक वस्तुएं भी मिली हैं। सभी के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूड़ी के निर्देश पर सप्ताह भर पहले पीआरओ आरती पोखरियाल ने तल्ली हल्द्वानी में चल रहे रैकेट का भंडाफोड़ किया था। पीआरओ ने बताया कि इस प्रकरण के बाद निशांत विहार के लोगों ने उनकी कॉलोनी में भी सेक्स रैकेट चलने और दिन-रात घर पर संदिग्ध युवक-युवतियों के आने की शिकायत की थी। एक घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई तो कई संदिग्धों के आने की पुष्टि हो गई।

सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे पीआरओ के नेतृत्व में टीम ने घर पर छापा मारा और सात लोगों को पकड़ लिया। पुलिस टीम के हत्थे चढ़ा दिनेश बिष्ट मूल रूप से मुक्तेश्वर का रहने वाला है। वह आवास विकास में रहकर टैक्सी संचालन का कारोबार करता है। वहीं, दूसरा युवक निशांत विहार में रहने वाला किशन सिंह है। किशन प्लंबर का काम करता है। जिस एजेंट के माध्यम से युवतियां लाई जाती थी, वह भी निशांत विहार में ही किराये पर रहती है।

पुलिस की भूमिका पर भी खड़े हुए सवाल

एक युवती नवाबी रोड स्थित कुल्यालपुरा, दूसरी भट्ट कॉलोनी, तल्ली बमौरी व तीसरी राजपुरा की रहने वाली है। जिस्मफरोशी का खुलासा करने वाली टीम में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की कांस्टेबल अनीता फुलोरिया, नरेंद्र राणा, हरीश रावत शामिल थे। पहले मंडी चैकी से चंद कदम दूर और अब हीरानगर चैकी के सामने की कॉलोनी में सेक्स रैकेट का खुलासा करने पर पीआरओ की कार्रवाई ने कोतवाली पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं।

एक माह पहले ही पीआरओ बनी एलआइयू की महिला दरोगा ने पहले आइपीएल में लगे सट्टे और फिर जिस्मफरोशी का खुलासा किया था। बताते हैं कि पुलिस के पास भी लगातार शिकायतें पहुंचती हैं, लेकिन कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई जाती है। दो बच्चों की मां करने लगी छोड़ने के लिए सौदा सेक्स रैकेट संचालिका का एक बेटा और एक बेटी है। बेटी काफी छोटी है। पुलिस का घर पर छापा पड़ा तो बच्ची सहम गई। बच्ची को डरा देख पुलिस भी मानवता दिखाकर अधिक देर तक घर में नहीं रुकी। संचालिका समेत पांचों महिलाओं व दोनों युवकों को सरकारी वाहन में बैठाकर सीधे कोतवाली लाया गया।

कार्रवाई से निशांत विहार ही नहीं आसपास के लोगों में भी खुशी दिखी। महिला इस कदर खुलेआम सेक्स रैकेट चलाती थी कि हर जुबान पर इसकी चर्चा थी। वर्षो से चल रहे इस धंधे की शिकायत लोग कई बार पुलिस से कर चुके थे। हालांकि हर बार लोगों को मायूस होना पड़ता पीआरओ ने बताया कि पुलिस का छापा पड़ते ही चार युवक भाग निकले। जिस समय छापा पड़ा, चारों युवक घर की ओर आ रहे थे। एक घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में युवकों की तस्वीर कैद हुई हैं।

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