मन की आवाज सुनकर युवा चुनें सही रास्ता: अजीत डोभाल

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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने माटी से रिश्ता जोड़ते हुए युवा पीढ़ी से समाज, प्रदेश, राष्ट्र व मानवता की सेवा के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं से कहा कि वह खुद से सवाल करें, जो हासिल किया है, वह जीवन के लिए पर्याप्त है या नहीं। भविष्य में वह कैसा भारत और समाज बनाना चाहते हैं। इसके लिए अनजान रास्तों पर चलते समय युवा सही फैसला लेते रहें। समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को सार्वजनिक सेवा और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए राज्यपाल केके पाल ने मानद उपाधि से सम्मानित किया।

कुमाऊं विश्वविद्यालय के 14वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि नए रास्तों का पता नहीं, पर मन की आवाज पर दिशा तय कर सही रास्ता चुनना है। उदाहरण दिया कि गंगोत्री ने गंगासागर तक खुद रास्ता बनाया है। दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। कभी जमीन वाला शक्तिशाली था तो कभी सेना, कभी व्यवसाय वाले और अब तकनीक का दौर है। आगे क्या होगा पता नहीं कि किसका राज होगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नकारात्मक नजरिया तरक्की के सारे दरवाजे बंद कर देगा।

एनएसए को मानद उपाधि प्रदान करना विवि के गौरवशाली क्षणः पाॅल

राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पॉल ने कहा कि एनएसए को मानद उपाधि प्रदान करना विवि के गौरवशाली क्षण हैं। इसके साथ कहा कि कुमाऊं विवि को ए ग्रेड मिलने से संतुष्ट नहीं होना चाहिए। विवि के प्राध्यापकों को बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने वाले पाठ्यक्रम तैयार करने चाहिए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य को प्रकृति ने भरपूर संसाधन दिए हैं, ऐसे में रचनात्मक सोच और मानव संपदा के लिए प्रोफेशनलिज्म की जरूरत है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने ने भी विचार व्यक्त किए। दीक्षांत समारोह में 54 छात्रों को पदक और 248 को उपाधि प्रदान की गई।

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