नकदी संकट से तीर्थयात्री भी हलकान

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सुबह से लेकर रात तक नगदी निकालने के लिए लोग एटीएम की दौड़ लगा रहे हैं, मगर एटीएम में कहीं नगदी नहीं है तो कहीं पर सर्वर डाउन का नोटिस चस्पा है। चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्री भी बाजार में खरीदारी करने के लिए नगदी की तलाश में भटक रहे हैं।

हरिद्वार में आम नागरिकों के अलावा बाहर से चारधामा यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालु भी शहरी क्षेत्र के एक एटीएम से दूसरे एटीएम पर जा रहे हैं। उनको संशय है कि यदि बड़े जिलों में उनको एटीएम से नगदी नहीं मिली, तो पहाड़ी क्षेत्रों में धार्मिक प्रयोजन व अन्य कार्यों के लिए नगदी कहां से पाएंगे। आलम यह है कि शहर के चंद्राचार्य चैक, देवपुरा, अपर रोड, ज्वालापुर के अलावा बहादराबाद व लक्सर आदि क्षेत्रों में भी बैंकों के अधिकांश एटीएम या तो नकदीविहीन हैं।

यात्री हो रहे परेशान

रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन पर आने जाने वाले यात्री भी बाहर निकलकर एटीएम की तलाश में लोगों से पूछताछ करते दिख रहे हैं। अधिकांश यात्री टिकट लेने के लिए जेब में नगदी न होने पर बाहर भटकते दिख रहे हैं। वहीं हरकी पैड़ी क्षेत्र में अपर रोड पर और बुरी स्थिति है। बाहर से आने वाले श्रद्धालु कहीं ई रिक्शा के पैसे देने, तो कहीं दुकानों पर खरीदारी के लिए बड़े नोट दे रहे हैं, जबकि दुकानदार छोटे नोट देने की गुहार लगा रहे हैं। ऐसे में उनकी दुकानदारों की किचकिच भी हो रही है। बैंक प्रबंधन भी पशोपेश में

लीड बैंक मैनेजर एसके झा कहते हैं कि इन दिनों बैंकों को भी आरबीआइ से पर्याप्त धनराशि नहीं मिल रही है। हालांकि यह स्थिति अकेले किसी जिला विशेष का नहीं है। आरबीआइ के अधिकारियों से वार्ता हुई है। उनसे डिमांड की जा रही है, लेकिन वे भी कुछ खुलकर जवाब नहीं दे रहे हैं। अन्य बैंक प्रबंधन से भी वार्ता चल रही है। उम्मीद है जल्द इससे निजात मिल जाएगी। बताया जिले में विभिन्न बैंकों के 365 एटीएम हैं। कई एटीएम में पैसे हैं और लोग इसका प्रयोग भी कर रहे हैं। सुबह से पैसे निकालने के लिए भटक रहा हूं। लेकिन किसी एटीएम में पैसे नहीं मिले। शाम को घरेलू खर्च के लिए सामान कैसे खरीदें यह ¨चता हो गई है।

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