मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हल्द्वानी में आईएसबीटी जरूर बनेगा। पर किसी भी कीमत पर इसे श्मशान की जमीन पर नहीं बनाया जाएगा। आईएसबीटी के लिए एक नई जगह चिन्हित की जाएगी। वह बोले कि इसी संबंध में पिछले दिनों ही हल्द्वानी से नेता प्रतिपक्ष इंदिरा दीदी का भी फोन आया था। वह भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दे रहीं थी। पर इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि जल्द ही आईएसबीटी के लिए नयी जगह फाइनल कर ली जायेगी।
रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हल्द्वानी में दीनदयाल उपाध्यय सहकारिता किसान कल्याण योजना के चेक वितरित करने हल्द्वानी में पहुंचे थे। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार किसानों का कर्ज माफ करने की स्थिति में नहीं है। पर सस्ती दरों पर किसानों को ऋण देकर उनकी आय बढ़ाना सरकार का लक्ष्य है।
यह ऋण वितरण योजना इसी काम का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही नैनीताल जिले के ओखलकांडा में टेली रेडियोलॉजी सर्विस शुरू होने जा रही है। जिससे कि मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टर का परामर्श कुछ ही मिनटों में मिल पाएगा।
जमरानी व सौंग बांध इस साल की प्राथमिकता
सीएम ने कहा कि सालों से अटकी देहरादून का सौंग बांध और हल्द्वानी की जमरानी बांध नए साल में सरकार की प्राथमिकता में है। दोनों परियोजनाओं के एमओयू की प्रक्रिया अंतिम दौर पर पहुंच चुकी है। जिसके बाद दोनों महानगरों को न सिर्फ शुद्ध पानी मिलेगा, बल्कि 150 करोड़ रुपए की सालाना बिजली भी मिलेगी। इसके अलावा उन्होंने यूपी से अन्य परिसम्पत्ति विवाद भी जल्द निपटाने की बात कही।