देहरादून। Disaster rain in Uttarakhand: उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरस रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उन्होंने हालातों का जायजा लिया। सर्वेक्षण के दौरान सीएम धामी के साथ आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धनसिंह रावत और डीजीपी अशोक कुमार भी थे। इसके बाद रुद्रप्रयाग में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से जिले की स्थिति और चारधाम यात्रा की जानकारी ली। वहीं, केदारनाथ में ठंड से एक साधु की मौत हुई।
UP assembly elections : में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी कांग्रेस
उत्तराखंड में इनदिनों बारिश आफत बनकर बरस रही है। बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही कुमाऊं मंडल में देखने को मिल रही है। यहां कई लोगों की मौत हो चुकी है। बीते दिनों चारधाम यात्रा को भी अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया गया।
Disaster rain in Uttarakhand: हालांकि, गढ़वाल मंडल में मौसम के राहत पहुंचाने पर गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा फिर से शुरू कर दी गई है, जबकि केदारनाथ और बदरीनाथ यात्रा फिलहाल स्थगित हैं। इन सबके बीच सीएम धामी ने रुद्रप्रयाग पहुंचकर हालातों का जायजा लिया।
गंगोत्री राजमार्ग सुक्की टाप के पास बंद
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुक्की टाप के पास अभी तक मार्ग नहीं खुल सका है, जिसके कारण गंगोत्री और हर्षिल से लौटने वाले 200 से अधिक यात्री नहीं लौट पाए हैं। इसके साथ ही गंगोत्री धाम जाने वाले यात्री भी राजमार्ग के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है। राजमार्ग के देर शाम तक खुलने की उम्मीद है। यमुनोत्री राजमार्ग सुचारू है और यमुनोत्री की यात्रा भी सुचारू चल रही है।
Heavy rain in uttrakhand: 24 लोगों की मौत, कोसी नदी का पानी घुसने से सौ लोग फंसे