देहरादून की बेटी अमीषा चैहान ने अफ्रीका के माउंट किलिमंजारों की सबसे ऊंची चोटी ऊरू को फतह किया है। ऊरू पीक को 54 घंटे में फतह करने वाली पहली भारतीय महिला होने का दावा किया गया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अमिषा को सम्मानित किया। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ने ही उन्हें हरी झंडी दिखाकर अफ्रीका के लिए रवाना किया था।
मुख्यमंत्री रावत ने अमिषा को बधाई देते हुए कहा कि सरकार उनकी भावी पर्वतारोह योजनाओं में हर संभव सहायता करेगी। अमिषा ने अपनी उपलब्धि को उत्तराखंड के नाम समर्पित किया। अमिषा देहरादून के नकरौंदा में रहने वाली हैं। उनके पिता सेवानिवृत फौजी हैं। उपनल के एमडी ब्रिगेडियर (सेनि) पीपीएस पाहवा ने कहा कि अमिषा एक सैनिक की बेटी हैं और उनसे अपने जज्बे से पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। अमिषा न केवल प्रदेश बल्कि देश की सभी बेटियों के लिए किसी मिसाल से कम नहीं हैं। इस अवसर पर अमिषा के पिता सूबेदार मेजर (सेनि) रविंद्र सिंह चैहान भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अमिषा चैहान के साहसिक अभियान से युवाओं विशेषकर बालिकाओं में साहसिक खेलों के प्रति रूचि पैदा होगी और प्रेरणा मिलेगी।
34 घंटे में चढ़ाई और 20 घंटे में वापसी
अमिषा ने माउंट किलिमंजारों की ऊरू चोटी चढ़ाई 28 दिसंबर 2017 को 12 बजे शुरु की और 30 दिसंबर 2017 को 5.23 बजे समाप्त की। चढ़ाई के लिए 34 घंटे और उतरने के लिए 20 घण्टे का समय लिया। यह चोटी 19 हजार 341 फीट ऊंची है। अमिषा ने कहा कि केवल 54 घंटे में इस लक्ष्य को हासिल करने वाली वो पहली भारतीय महिला हैं।