विकासनगर: कहते हैं ना पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है। अगर किसी के मन में कुछ करने का जज्बा हो तो वह उसे पाने के लिए किसी भी परिस्थितियों से लड़ सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है त्यूनी की सरनाड पानी गांव निवासी 35 वर्षीय रेखा ने। जो अपनी पढ़ाई को इच्छा को पूरा करने के लिए खुद अपने बच्चों के साथ स्कूल पहुंच गई। बचपन से ही किन्ही कारणों से उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई थी। जिसके बाद वह अपने बच्चों के साथ पढ़ना-लिखना चाहती हैं। वह चाहती हैं कि वो नौवीं कक्षा पास करें। इस उम्र में भी पढ़ाई के प्रति उनके जज्बे को देखर स्कूल की प्रिंसिपल ने उन्हें क्लास में बैठने की अनुमति दे दी।
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लेकिन अगर कोई 35 साल की उम्र में नौवीं कक्षा में पढ़ने की बात करें तोे हर किसी को यह बात मजाक लगेगी। ऐसे ही स्कूल की प्रिंसिपल ने भी रेखा की इस बात को मजाक समझा। लेकिन जब रेखा के पति से इस बारे में पूछा गया तो उन्होेंने भी यही कहा कि रेखा पढ़ना चाहती है। जिसके बाद प्रिंसिपल ने उसे कक्षा में बैठने की अनुमति दे दी।
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खंड शिक्षा अधिकारी शूल चंद बताते हैं कि रेखा प्राइवेट से नौवीं कक्षा पास करना चाहती हैं। जिसे देखते हुए स्कूल के प्रिंसिपल ने उन्हें कक्षा में बैठने की अनुमति दी है। रेखा की उम्र को देखते हुए उन्हें रेगुलर एडमिशन नहीं दिया जा सकता। उनसे नौवीं का प्राइवेट फॉर्म भरवाया जाएगा। इस बात को सुनकर रेखा की खुशी का ठिकाना नहीं है।