वनों के बिना धरती पर इंसान का अस्तित्व संभव नहीं : चौहान

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वनों के बिना धरती पर इंसान का अस्तित्व संभव नहीं है। इसलिए वनों के संरक्षण के प्रति सभी को जागरूक किया जाना जरूरी है। पिछले कुछ सालों में वनाग्नि से वन्य संपदा को काफी नुकसान पहुंचा है। इसलिए वनों की सुरक्षा हमारा पहला दायित्व बन जाता है।

वनाग्नि की घटनाओं में लगातार हो रहा इजाफा

वन चेतना केंद्र एनटीडी में जिला स्तरीय वन पंचायत वनाग्नि सुरक्षा गोष्ठी को संबोधित करते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में फायर सीजन के दौरान वनाग्नि की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। इसलिए वन पंचायत समितियों को स्थानीय लोगों को साथ लेकर इससे बचने के कारगर उपाय करने होंगे। उप प्रभागीय वनाधिकारी पृथ्वीराज सिंह ने कहा कि जंगलों में लगने वाली आग से आम आदमी का जीवन तो प्रभावित होता ही है, जैव विविधता को भी नुकसान पहुंचता है।

आरओ अल्मोड़ा संचिता वर्मा व उप प्रभागीय वनाधिकारी चंदन गिरि गोस्वामी ने भी अपने संबोधन में वनों को आग से बचाने के लिए विभाग के साथ सामंजस्य बनाकर कार्य करने की बात कही। इस दौरान मुख्य अतिथि विस उपाध्यक्ष चैहान ने चालीस वन पंचायतों से आए सरपंचों को चार चार हजार रुपये के चेक भी वितरित किए।

इस मौके पर दीपक पंत, त्रिpage3news, इंद्रा मर्तोलिया, जीत सिंह, लक्ष्मण नेगी, हरीश सिंह, भुवन टम्टा, कुबेर चंद्र, हीरा सिंह, कैलाश गुरुरानी, जगमोहन बिष्ट, सुनील जोशी, धर्मेद्र बिष्ट, श्याम पांडे समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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