बहुचर्चित सुरेश हत्याकांड में एक फरार आरोपी को दबोच लिया गया है। राजस्व पुलिस उससे कड़ी पूछताछ कर रही है सूत्रों के मुताबिक हत्या में लिप्त कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं। मामला 29 मई का है। जब रात को कठपपड़िया शीतलाखेत रोड से लगे देवलीखान गांव (हवालबाग) में सुरेश चंद्र जोशी पुत्र प्रेम बल्लभ जोशी की हत्या कर शव खेत में फेंक दिया गया था। तब ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताई पर खुल कर सामने नहीं आए। दो दिन दिन बाद महिलाओं के उग्र तेवर अपनाने के बाद राजस्व पुलिस ने मृतक सुरेश की पत्नी नेहा जोशी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो उसने हत्याकांड से जुड़े सारे राज उगल दिए।
पूछताछ में उसने खुलासा किया है कि रिश्ते के भतीजे सोनू और पड़ोसी गांव बसर निवासी गोलू के साथ मिलकर एक माह पूर्व उसने पति की हत्या का तानाबाना बुना। सुनियोजित साजिश के तहत 29 मई की रात लगभग आठ बजे सोनू व गोलू उसके घर पहुंचे। सुरेश पर हमला किया गया आगन में दोबारा जानलेवा हमले में सुरेश ने दम तोड़ दिया। उसके बाद दोनों युवक शव को घसीटते हुए घर से करीब सौ मीटर की दूरी पर खेत में फेंक फरार हो गए। तीस मई को शव बरामद किया गया।
गोलू अभी भी फरार
बीती दो जून को हत्यारोपित सुरेश की पत्नी नेहा को अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इधर, फरार आरोपी सोनू व गोलू की तलाश में धरपकड़ अभियान शुरू किया गया। सोमवार को राजस्व पुलिस में सोनू को दबोच लिया। फिलहाल, उससे कड़ी पूछताछ चल रही है। इस मामले में एक अन्य आरोपी गोलू अभी भी फरार है। नायब तहसीलदार प्रयाग दत्त सनवाल के अनुसार उसे गांव में दबिश देकर पकड़ा गया।