रानीखेत में पर्यटक नगरी की मुख्य सदर बाजार एक बार फिर भीषण आग से दहल उठी। अग्निकाड में पांच दुकानें जल कर खाक हो गई। आसमान छूती लपटें उत्तरांचल ग्रामीण बैंक शाखा तक जा पहुंची। फायरब्रिगेड के जवानों ने सेना के साथ मिल करीब डेढ़ घटे में हालात पर काबू पाया। इससे आसपास के लकड़ी निर्मित अन्य भवन व दुकानों को चपेट में आने से बचा लिया गया। आग कैसे भड़की, संदेह बना हुआ है। अलबत्ता करीब 32 लाख रुपये की क्षति का अनुमान लगाया जा रहा। हालांकि विस्तृत जांच के बाद ही सही आकलन हो सकेगा।
कोतवाली को भी किया अलर्ट
वाकया बुधवार सुबह करीब सवा पांच बजे का है। श्रीधरगंज निवासी नरेंद्र सिंह माहरा की मुख्य सदर बाजार स्थित कॉस्मेटिक दुकान से लोगों ने धुआं उठता देखा। इसी दौरान भिकियासैंण में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की ड्यूटी के लिए तैयार पुलिस कर्मी कमल गोस्वामी आदि ने फायर बिग्रेड को सूचना दी। कोतवाली को भी अलर्ट किया गया। अग्निशमन अधिकारी धन सिंह कुंवर मय टीम पहुंचे। दो दमकल वाहनों की मदद से आग बुझाने का काम शुरू किया गया। मगर लकड़ी के पुराने निर्माण होने के कारण लपटें विकराल रूप ले चुकी थी।
हालात बिगड़ते देख सेना बुलवा ली गई। एक-एक टैंकर लेकर डोगरा रेजीमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल शीशपाल व जेसीओ जितेंद्र सिंह तथा गढ़वाल रेजीमेंट के हवलदार विजय सिंह की अगुवाई में जवानों ने दमकल कर्मियों के साथ राहत व बचाव कार्य तेज किया। इस बीच हरीश राम की दुकान के दोमंजिले में जूतों का गोदाम चपेट में आ गया। लपटें इतनी विकट थी कि पांचों दुकानों व गोदाम को राख कर ग्रामीण बैंक के दूसरे माले की छत में लगा बोर्ड तक जा पहुंची।
हालांकि तत्परता दिखाते हुए फायरब्रिगेड व सेना के जवानों ने करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद हालात पर काबू पा लिया। विधायक करन माहरा व तहसीलदार नीतेश डागर ने मौका मुआयना किया।