नर्सिग काउंसिल आफ इंडिया में रजिस्ट्रेशन के लिए की गई कार्रवाई को लेकर हुए विवाद के चलते प्रक्रिया बीच में ही रोक दी गई। सैकड़ों युवतियां पंजीकरण से वंचित रह गई। इससे नाराज युवतियों ने सीएमओ कार्यालय में प्रदर्शन कर विरोध जताया और पिथौरागढ़ में ही रजिस्ट्रेशन करवाए जाने की मांग की। एएनएम, जीएनएम और बीएससी नर्सिग करने वाले युवाओं के पंजीकरण में एकरू पता रहे इसके लिए केंद्र सरकार ने अब पंजीकरण की प्रक्रिया केंद्रीय स्तर पर कराए जाने का निर्णय लिया है।
इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ विभाग के माध्यम से हर जिले में टीम भेजी जा रही है। 12 जून को पिथौरागढ़ जनपद के जिला चिकित्सालय में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। सैकड़ों अभ्यर्थी पंजीकरण के लिए पहुंचे थे। गुरुवार को पंजीकरण के लिए आई महिलाओं ने आरोप लगाया था कि लाइन में लगे अभ्यर्थियों को दरकिनार कर पहुंच वालों के पंजीकरण किए जा रहे हैं। घंटों इंतजार के बाद भी अभ्यर्थी खाली हाथ वापस लौट रहे हैं। इसकी शिकायत सीएमओ कार्यालय पहुंची।
पिथौरागढ़ में ही कराया जाए सभी अभ्यर्थियों का पंजीकरण
शुक्रवार को पंजीकरण की कार्रवाई नहीं हुई। इससे नाराज युवतियों ने सीएमओ कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। युवतियों ने मांग की कि सभी अभ्यर्थियों का पंजीकरण पिथौरागढ़ में ही कराया जाए। डिप्टी सीएमओ ने इस मांग पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। पंजीकरण के लिए आई संस्था के संयोजक पीयूष ने बताया कि संस्था को 15 जून तक ही पंजीकरण की अनुमति मिली थी। अंतिम दिन स्वास्थ विभाग ने काम रूकवा दिया। अब पिथौरागढ़ जिले के अभ्यर्थियों को हल्द्वानी या देहरादून आकर पंजीकरण करना होगा।
एएनएम, जीएनएम और बीएससी नर्सिग अभ्यर्थियों के पंजीकरण में खुद स्वास्थ विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने ही समस्या खड़ी की। संयोजक पीयूष ने बताया कि इन लोगों ने खुद अपने अभ्यर्थियों के पंजीकरण कराने के लिए दवाब बनाया। पर्चियां लिख कर पंजीकरण कर रहे कर्मचारियों के पास भेजी गई। जिसके पर्याप्त साक्ष्य उनके पास हैं। इसके चलते भी पंजीकरण की कार्रवाई में समस्या खड़ी हुई। संचार सेवा में गड़बड़ी को भी उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार बताया।