अल्मोड़ा में जिला विकास प्राधिकरण की व्यवस्था लागू किए जाने के विरोध में जिला मुख्यालय में चल रहा सर्वदलीय संघर्ष समिति का धरना शनिवार को भी जारी रहा। इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने सरकार के हठधर्मिता की आलोचना की। स्पष्ट किया कि जब तक पर्वतीय क्षेत्रों में प्राधिकरण की व्यवस्था समाप्त नहीं की जाती है, आंदोलन जारी रहेगा। इसके लिए चाहे समिति को कितना ही संघर्ष क्यों नहीं करना पड़े।
सरकार की ओर से जनसमस्या पर नहीं दिया जा रहा कोई ध्यान
इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि इस व्यवस्था को पर्वतीय क्षेत्र में निरस्त किए जाने की मांग काफी समय से की जा रही है, इसके बाद भी सरकार की ओर से जनसमस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वक्ताओं का कहना था कि सरकार ने पर्वतीय अंचल की विषम भौगोलिक परिस्थितियों का सर्वे किए बिना ही पहाड़ में जिला विकास प्राधिकरण की व्यवस्था लागू कर जनता के हितों की अनदेखी की है। वक्ताओं का कहना था कि पहाड़ में प्राधिकरण की व्यवस्था पलायन को बढ़ाने वाला है। सभा की अध्यक्षता जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश परिहार तथा संचालन अख्तर हुसैन ने किया।
इस मौके पर मनोज सनवाल, पीतांबर पांडे, प्रताप सिंह सत्याल, हेम जोशी, त्रिलोचन जोशी, राजीव कर्नाटक, लता तिवारी, लीला जोशी, पुष्पा सती, रीता दुर्गापाल, पंकज वर्मा, रोहित कार्की, कुंदन लटवाल, परितोष जोशी, पूरन तिवारी, दया कृष्ण कांडपाल, हेम चंद्र जोशी समेत विभिन्न दलों के कार्यकर्ता मौजूद थे।