देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की 11 सदस्यीय मंत्री परिषद द्वारा शपथ ग्रहण कर लिए जाने के बाद अब मंत्रियों को बांटे जाने वाले विभागों को लेकर होमवर्क लंबा होता जा रहा है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि दो दिन से चल रही कसरत अंतिम मुकाम पर है। अनुभव, वरिष्ठता, योग्यता और क्षमता की कसौटी पर परख के आधार पर विभागों का बंटवारा किया जाएगा। संभव है कि सोमवार दोपहर तक मंत्रियों को विभागों का वितरण कर दिया जाए।
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प्रदेश की भाजपा सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च को शपथ ग्रहण की थी, जबकि उनकी मंत्री परिषद के 11 सदस्यों ने शुक्रवार को। इनमें आठ कैबिनेट मंत्री और तीन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शामिल हैं। मंत्री परिषद में जगह पाए मंत्रियों में सात पिछली त्रिवेंद्र सरकार में भी मंत्री थे। मंत्रियों के पोर्टफोलियो को लेकर शनिवार से होमवर्क शुरू हो गया, मगर अभी तक विभागों का बटवारा नहीं किया जा सका है। ऐसे में मंत्रियों का इंतजार भी बढ़ता जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों को विभागों के बटवारे के संबंध में सभी पहलुओं पर गौर किया गया। वजह यह कि तीरथ सरकार के पास कामकाज के लिए सालभर से भी कम वक्त है और चुनौतियां अधिक। साथ ही अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस सबको देखते हुए मंत्रियों को विभागों का वितरण हर कसौटी पर परख के आधार पर करने पर जोर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि पोर्टफोलियो को लेकर कसरत अब करीब-करीब पूरी हो चुकी है।
मंत्रियों के पोर्टफोलियो के सिलसिले में कयासबाजी दौर
उधर, मंत्रियों के पोर्टफोलियो के सिलसिले में कयासबाजी भी दौर चल रहा है। माना जा रहा कि त्रिवेंद्र सरकार में मंत्री रहे मंत्रियों के पिछले अनुभव को तरजीह देने के साथ ही उन्हें कुछ नए विभाग भी आवंटित किए जा सकते हैं। ऐसे में अब सभी की नजरें इस पर टिक गई हैं कि मुख्यमंत्री अपने पास कौन-कौन से विभाग रखते हैं और किस-किसका वितरण अपने सहयोगियों को करते हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि पोर्टफोलियो वितरण को लेकर कसरत लगभग पूरी कर ली गई है। जल्द ही सभी मंत्रियों को विभागों का वितरण कर दिया जाएगा।
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