देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जब हम शिक्षा, संस्कारों और जीवन मूल्यों की बात करते हैं। जो सुधी लोग हैं जो संस्कारों की बात करते हैं, स्वाभाविक रूप से उनका ध्यान विद्या मंदिरों और सरस्वती शिशु मंदिरों की तरफ जाता है। उन्हें भरोसा होता है कि इन विद्यालयों में संस्कारवान, गुणवान शिक्षा बच्चों को दी जाती है। सीएम ने वर्ष 1992 की उत्तरकाशी का उन्होंने एक संस्मरण सुनाया। मौका था रविवार को विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान उत्तराखंड की ओर से सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज धर्मपुर, देहरादून में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह का। मंच से अपने संबोधन में सीएम ने लोगों से ये बातें साझा कीं। क्या कुछ कहा सीएम ने सुनिये …
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