देहरादून। पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के 11 वें मुख्यमंत्री होंगे। प्रदेश मुख्यालय में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी को नया नेता चुना गया। धामी, तीरथ सिंह रावत का स्थान लेंगे। वह ऊधमसिंह नगर जिले की खटीमा सीट से लगातार दो बार विधायक चुने गए हैं। वह उत्तराखंड में अब तक के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। आज शाम को राजभवन में नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का शपथ ग्रहण होगा।
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पुष्कर सिंह धामी के नाम पर लगी मुहर
शनिवार दोपहर तीन बजे भाजपा प्रदेश मुख्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगी। धामी के नाम पर रखे गए प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में विधायक दल की बैठक के लिए विधायक और पार्टी नेता दोपहर 12 बजे से ही जुटना शुरू हो गए थे। कार्यकर्ताओं का जमावड़ा भी प्रदेश कार्यालय में दिखा। नए मुख्यमंत्री को लेकर समर्थक अपने नेताओं के नाम के कयास लगा रहे थे।
लगभग पौने तीन बजे केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री एनएस तोमर, राष्ट्रीय महासचिव डी पुरंदेश्वरी के साथ प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम प्रदेश मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान विधायकों व सांसदों का भाजपा मुख्यालय पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। मुख्यालय के भीतर केवल विधायकों व पदाधिकारियों को ही प्रवेश दिया जा रहा था।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि
भाजपा विधायक दल के नेता के चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री एनएस तोमर देहरादून पहुंचे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि दोपहर तीन बजे विधानसभा की बैठक में नेता (सीएम) का चुनाव किया जाएगा। उसके बाद, सरकार गठन के लिए राज्यपाल से मिलेंगे। संभव है कि सीएम विधायकों में हों।
अजय भट्ट बोले, कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीतेंगे
सांसद अजय भट्ट ने 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि भाजपा लोगों की सुरक्षा और बेहतरी से समझौता नहीं करती, पहले राष्ट्र, फिर पार्टी और अंत में हम ही हमारा आदर्श वाक्य है। हम कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीतेंगे; मतगणना के दौरान उन्हें जवाब मिलेगा।
राजनीतिक गलियारों में विधायकें के बीच चार नाम चर्चा में
प्रदेश को 11 वां सीएम मिलने जा रहा है। अभी मुख्यमंत्री पद के लिए राजनीतिक गलियारों में विधायकों के बीच से चार संभावित नाम चर्चा में हैं। इनमें त्रिवेंद्र और फिर तीरथ मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. धन सिंह रावत के अलावा कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल, विधायक पुष्कर सिंह धामी और ऋतु खंडूड़ी भूषण के नाम मुख्य हैं। यह बात अलग है कि इनसे इतर भी कोई अन्य बाजी मार सकता है।
पिछले नेतृत्व परिवर्तन की भांति मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भाजपा हाईकमान अगर इस बार भी चौंकाने पर आया, तो गैर विधायकों पर भी भाजपा दांव खेल सकती है। सांसदों में से किसी को जिम्मेदारी सौंपने पर यह सूरत बन सकती है कि वे बतौर मुख्यमंत्री छह माह का कार्यकाल पूरा करने से दो माह पहले विधानसभा को भंग कर चुनाव की सिफारिश कर दें। ऐसे में केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, सांसद अजय भट्ट व अजय टम्टा के नामों पर केंद्रीय नेतृत्व विचार कर सकता है।
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