देहरादून। इस बार का दीप पर्व कुछ सुखद एहसास दिला रहा है। धनतेरस के दिन से ही लोगों ने इसके संकेत दे दिए थे। देश की राजधानी दिल्ली में आतिशबाजी से प्रदूषद बढने, पर्यावरण और लोगों की सेहत के प्रति जागरूकता का संदेश काफी सकारात्मक रहा है। उत्तराखंड की राजधानी में भी धनतेरस के दिन से ही पर्यावरण के प्रति जागरूक लोगों ने अपने आशियानों को चायनीज लडियों से लकदक करने के बजाय फूलों को अधिक तवज्जो दी है। आतिशबाजी भी पिछली बार की तुलना में इस बार काफी कम हो रही है। आतिशबाजी के बहाने धन का प्रदर्शन करने वाले भी कुछ सुधरे हुए लग रहे हैं।
लोगों के चायनीज लडियों के बजाय फूलों और अन्य भारतीय उत्पादों से घरों को सजाने से फूल विक्रेता भी बिक्री बढने से काफी खुश नजर आ रहे हैं। निरंजनपुर मंडी के पास मां भगवती के स्वर्गापुरी मंदिर के पास वर्षों से फूलों की माला बनाकर जीविकोपार्जन करने वाले मनोज कुमार यादव काफी खुश हैं। मनेाज कहते हैं। इस बार फूलों की बिक्री बढने से उनकी आय बढी है। सुनिये क्या कुछ कहा फूल विक्रेता मनोज ने …