देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार हमेशा से किसानों की हितैषी रही है और किसानों के साथ है। कृषि सुधार कानून किसानों के हित में हैं। पूर्व में विधेयक को समर्थन देने वाले दल अब केवल राजनीति के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर इसका विरोध कर रहे हैं। भारत बंद के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान ऐसा कोई काम न करें, जिससे प्रदेश के अमन को नुकसान पहुंचे। पुलिस महानिदेशक को कहा गया है कि इस बात पर ध्यान दिया जाए कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रित रहे।
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कानून में किसानों के लिए कई विकल्प खोले
सोमवार को बीजापुर राज्य अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कृषि कानून में किसानों के लिए कई विकल्प खोले गए हैं। यह भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) समाप्त हो गया है। सच यह है कि एमएसपी पर अभी भी खरीददारी हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा व केंद्र सरकार ने हमेशा किसानों के हित को प्राथमिकता दी है। प्रदेश में गन्ना किसानों को पूरा भुगतान कर दिया गया है। धान का भी लगातार भुगतान किया जा रहा है। खांडसारी का कार्य करने वालों के लिए खांडसारी नीति लाई गई है।
किसान सरकार पर पूरा विश्वास रखें
उन्होंने कहा कि 2003 से पहले गुजरात में किसानों के लिए बिजली का समय तय नहीं था। भाजपा सरकार के आने के बाद वहां किसानों को प्रतिदिन अनिवार्य रूप से सात घंटे बिजली देना सुनिश्चित किया गया। समझा जा सकता है कि जो किसानों के लिए इतना सोच सकता है, वह किसानों का अहित कैसे कर सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज कृषि कानूनों की सबसे मुखर विरोधी है और किसान को भ्रमित कर रही है। इसी कांग्रेस ने वर्ष 2019 में इस विधेयक को अपने घोषणापत्र में शामिल किया था। उन्होंने कहा कि दो तरह की बात करने वाली कांग्रेस खुद बर्बाद हो चुकी है और किसानों को भी बर्बाद करना चाहती है। किसान सरकार पर पूरा विश्वास रखें। सरकार उनकी सुरक्षा को पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि
किसान आंदोलन में जिस तरह के नारे लग रहे हैं, वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जो लोग देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं वे किसानों के वेश में उनके बीच आ गए हैं और किसानों की देशभक्ति पर भी सवाल उठाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम राजनीतिक दलों के नेता जनता में विश्वास खो चुके हैं। ऐसे में ये निर्दोष किसानों के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे हैं। किसानों के हितों की बलि चढ़ा रहे हैं। इस दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन भी उपस्थित थे।