बिहार: बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार यानी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एसईएस) का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। यह चमकी बुखार अभी तक राज्य के 69 बच्चों को अपना निवाला बना चुका है, इतना ही नहीं इस भयानक बुखार ने अभी भी बहुत बच्चों को अपनी चपेट में ले रखा है। बच्चों की इस तरह से लगातार हो रही मौत से पूरे प्रदेश में मातम पसरा हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज में 58 और केजरीवाल अस्पताल में कुल 11 मरीज इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं। अभी भी राज्य के बहुत बच्चों में इस बिमारी के लक्षण पाए जा रहे हैं। मासूमों की इस तरह से हो रही मौत पूरे प्रदेश के लिए एक चिंता का विषय बन गई है। हालांकि प्रदेश सरकार ने लगातार हो रही मौत के कारणों की जांच के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम को बुलाया है, जो इस बिमारी का पता लगाने में जुटी हुई है।
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वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इलाके में चिलचिलाती गर्मी, नमी और बारिश के ना होने के चलते लोग हाइपोग्लाइसीमिया के कारण लोगों की मौत हो रही है। जिसके बाद कुछ रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चमकी के कारण हो रही मौत की वजह लीची भी हो सकती है। कहा जा रहा है कि मुजफ्फरपुर के आस-पास उगाई जाने वाली लीची में कुछ जहरीले तत्व हैं। बता दें कि मौसम में तल्खी और हवा में नमी की अधिकता के कारण होने वाले वाले इस बुखार को लेकर राज्य के सीएम नीतीश कुमार भी चिंता जता चुके हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इस पर नजर बनाए रखने को कहा था।