नागपंचमी का पर्व कल, जानिए क्या है पूजा का शुभ मुहुर्त और विधि

0
नागपंचमी का पर्व कल, जानिए क्या है पूजा का शुभ मुहुर्त और विधि

देहरादून: श्रावण शुक्ल पंचमी के अवसर पर हर साल देशभर नाग पंचमी पड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है। इस साल नाग पंचमी का यह पर्व 5 अगस्त यानि की सोमवार को उत्तराफाल्गुनी तदुपरि हस्त नक्षत्र के दुर्लभ योग में पड़ रहा है। इस योग में कालसर्प-योग की शान्ति हेतु पूजन का विशेष महत्व शास्त्रों में वर्णित है। नागों को अपने जटाजूट तथा गले में धारण करने के कारण ही भगवान शिव को काल का देवता कहा गया है।

यह भी पढ़ें: कश्मीर की टेंशन और बढ़ी, अमित शाह ने गृह सचिव-NSA के साथ की अहम बैठक

पूजा का शुभ मुहूर्त

सुबह 06:22 से 10:49 पूर्वाह्न तक। सर्वार्थ योग।

नांग पंचमी पूजा विधि

नागों को अपने जटाजूट तथा गले में धारण करने के कारण ही भगवान शिव को काल का देवता कहा गया है। इस दिन गृह-द्वार के दोनों तरफ गाय के गोबर से सर्पाकृति बनाकर अथवा सर्प का चित्र लगाकर उन्हें घी, दूध, जल अर्पित करना चाहिए। इसके पश्चात दही, दूर्वा, धूप, दीप एवं नीलकंठी, बेलपत्र और मदार-धतूरा के पुष्प से विधिवत पूजन करें। फिर नागदेव को धान का लावा, गेहूँ और दूध का भोग लगाना चाहिए।