नई दिल्ली। भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आए नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ज्ञवाली ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आज सुबह मुलकात की। बता दें कि इससे पहले नेपाली विदेश मंत्री देश के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर चुके हैं। इस दौरान दोनों देशों की संयुक्त आयोग यानी जेसीएम की बैठक हुई थी। इस बैठक में द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों पर चर्चा की गई थी। ऐसे में भारत और नेपाल के रिश्तों में फंसे पेंच में सुधार की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि नेपाली विदेश मंत्री का यह दौरान दोनों देशों के बीच हुई सबसे महत्वपूर्ण बैठकों में एक बताई जा रही है।
बता दें कि पिछले वर्ष नेपाल की तरफ से भारतीय जमीन को अपने नक्शे में दिखाने को लेकर उपजे विवाद के बाद यह दोनों देशों के बीच पहली उच्चस्तरीय बैठक है। इस विवाद के चलते दोनों देशों के रिश्तों में काफी तल्खी आ पैदा हुई है। इसके बाद रही सही कसर नेपाल में चीन के सीधे हस्तक्षेप से बढ़ गई थी, लेकिन दोनों विदेश मंत्रियों की बैठक में द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों से जुड़े तमाम मुद्दों के अलावा सीमा विवाद पर भी बातचीत हुई।
भारत ने शंका-आशंकाओं के समाधान के दिए संकेत
जेसीएम के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान जारी किया गया। इस बयान से साफ संकेत मिल रहे हैं कि भारत अपने पड़ोसी देशों की शंका-आशंकाओं के समाधान निकाल सकते हैं। इस दौरान कहा गया कि दोनों देशों के बीच सीमा प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई है।
दोनों देशों के बीच इन मुद्दों पर हुई चर्चा
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, बीते दिन विदेश मंत्री एस. जयशंकर और प्रदीप कुमार ज्ञवाली के बीच हुई बैठक में दोनों नेताओं ने संपर्क, अर्थव्यवस्था, कारोबार, ऊर्जा, तेल एवं गैस, जल संसाधन, राजनीतिक और सुरक्षा से जुड़े विषय, सीमा प्रबंधन, पर्यटन समेत सहयोग के अनेक पहुलुओं पर विस्तृत बातचीत की गई थी। इस बैठक में दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग के सभी विषयों की समीक्षा की गई और दोस्ताना संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई।