अनिवार्य मतदान का बेहतर विकल्प है मतदाता शिक्षा : नसीम जैदी

0
Page3news-election-commission-of-india
Page3news-election-commission-of-india

नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (हि.स.)। चुनाव आयोग का मानना है अनिवार्य मतदान लोकतंत्र में एक व्यवहारिक विकल्प नहीं है इसके स्थान पर मतदाता शिक्षा ज्यादा बेहतर है।

समावेशी, सूचित तथा नैतिक सहभागिता हेतु मतदाता शिक्षा पर अंतरराष्ट्रीय सम्मलेन के उद्घाटन अवसर पर मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि अनिवार्य मतदान पहले भी चर्चा का विषय रहा है। मतदाता व्यक्तिगत कारणों, मान्यताओं, धारणाओं, बाधाओं, कठिनाई, सुस्ती और कई अन्य कारणों से वोट नहीं करते। उन्होंने कहा कि अनिवार्य मतदान और मतदाता शिक्षा से कार्य कितना गतिमान हुआ है इस पर विचार करना ज़रुरी है। हम नहीं मानते की यह अनिवार्य मतदान का विचार व्यावहारिक है लेकिन हम इस विषय पर औरों की राय जानना चाहते हैं।

उल्लेखनीय है कि मतदाताओं को शिक्षित करने के लिए पहली बार अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन दिल्ली में 19 से 21 अक्टूबर तक किया जा रहा है। इसमें 27 देशों की चुनाव प्रबंधन संस्थाएं अपने अनुभव साझा करेंगी। सम्मेलन का विषय है “समावेशी, सूचित और नैतिक भागीदारी के लिए मतदाता शिक्षण”।

इस अवसर पर श्री जैदी ने कहा कि सबसे बड़े लोकतंत्र में 67 सालों से सफल चुनाव आयोजित करते हुए हमें 2009 में एहसास हुआ की इसमें एक कमी है। एक बड़ा तबका जो चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेता, जिसकी संख्या काफी अधिक है जिसको नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए हमने मतदाता शिक्षा प्रोग्राम शुरू किया। यह कार्यक्रम उसी का उत्सव मनाता है ताकि चुनाव प्रक्रिया को वैश्विक स्तर पर मजबूत किया जा सके।

उन्होंने कहा कि मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी को केन्द्र में रखकर कार्यारंभ किया और इसको स्वीप नाम दिया। सिस्टेमेटिक वोटर एजुकेशन एंड इलेक्ट्रोरल पार्टिसिपेशन जिसका परिणाम यह हुआ कि कुछ क्षेत्रों में मतदाओं की भागीदारी 94 प्रतिशत तक पहुंच गई। इसके चलते छोटे समय में नामांकन, मतदान, महिलाओं के मतदान, युवाओं की भागीदारी में काफी इजाफा हुआ । सबसे बड़ा बदला महिलाओं की भागीदारी में रहा जो पुरुषों के मुकाबले महज 1.55 प्रतिशत ही कम रही। 2014 के चुनावों में 66.4 प्रतिशत लोगों ने वोट किया।

उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में दुनिया की जनसंख्या के 40 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व मौजूद है। सभी महाद्वीपों से 27 देशों ने भाग लिया है जिनकी कुल आबादी 2.87 अरब हैं और जिनमें 1.87 अरब मतदाता हैं।  उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन को मतदाताओं को केन्द्र में रखकर आयोजित किया गया है।

सम्मेलन का उद्घाटन आज भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने किया। इसके अलावा मतदाता को शिक्षित करने संबंधी एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई है। सम्मेलन में अमेरिका, अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा,भारत, इंडोनेशिया, ईराक, केन्या, मलेशिया, मालदीव, मॉरिशस, मैक्सिको, म्यांमार, नेपाल, नामीबिया, फिलीपींस, श्रीलंका,थाईलैंड और युगांडा आदि देशों की चुनाव प्रबंधन संस्थाएं और संगठन भाग ले रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार

LEAVE A REPLY