पति ने कहा-वैश्या बना जाओ ग्राहक मैं लाऊंगा,धंधा करके कमाओ

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वाराणसी। वाराणसी के कबीर चौरा हास्पिटल की इमरजेंसी वॉर्ड के बेड पर अपने जख्मों को दिखती ये हैं शिवदासपुर की सीतारून निशा जिसको उसके पति जफर ने जल्लादों की तरह पीटा है। वहीं हैवानियत की सभी सीमाओं को पार करते हुए पति ने अपनी ही बेगम को थर्ड डिग्री भी दी जिसके कारण वो अस्पताल में एडमिट है।

इस लड़की के मायके वालों ने वाराणसी ले जाकर अब इसका इलाज शुरू करा दिया है। इस घटना के बाद पीड़िता के भाई शब्बीर ने मंडुआडीह थाने में अपने जीजा जफर के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करवाया है।

इस मुकदमे की तहरीर के बाद एसओ नागेंद्र ने बताया कि मामले की जांच चल रही है और इस मामले पर परिवार न्यायलय के तहत मुकदमा आगे चलेगा। पति को जल्द नोटिस जाएगा फिलहाल जफर फरार है।

हंटर से मारकर जी नहीं भरता तो दांतों से काट लेता था अंदरूनी अंग

सीतारून निशा बताती हैं कि पति जफर 20 दिनों से कमरे में बंद करके केबिल के तार का हंटर बनाकर सीने पर चढ़कर मारता था। दहेज में पैसे की मांग को लेकर कुछ दिन पहले उसने मुझसे कहा दो लोग आएंगे और तुम्हारे साथ सोएंगे, जो भी करेंगे चुपचाप करवा लेना।

मना किया तो गुस्से में मेरे गालों और नाजुक अंगों, जीभ को दांत से काट लिया। सीने पर चढ़कर चार घंटे लगातर पीटा और जलन वाला स्प्रे न्यूड करके छिड़क दिया।

पिता से पैसे लाओ नहीं धंधा कर कर्ज चुकाओ

सीतारून निशा ने अपने साथ हुए इस हैवानियत के बारे में बताते हुए कहा की मेरी शादी 4 महीने पहले 9 अप्रैल 2017 को भदोही के हिम्मतपुर निवासी कालीन बुनकर जफर के साथ बहुत धूमधाम से हुई थी।

शुरू में सब कुछ ठीकठाक चल रहा था। जफर कहता था कि शादी में उसके ऊपर कर्ज हो गया है, उसको धंधा करके चुकता करो। सीतारुन निशा ने कहा कि मेरा शौहर मेरे साथ मारपीट करता और गलती पूछने पर दहेज कम लाने की बात करता था।

मुझसे कहता कि अपने पिता से पैसे लाओ नहीं तो वैश्या बन जाओ। ग्राहक मैं लाऊंगा, धंधा करके कमाओ, धीरे-धीरे उसकी ये ज्यादती बढ़ती गई।

तार का हंटर बनाकर वो मरता था

सीतारून निशा बताती है कि इन 20 दिनों में मेरा पति जफर मुझे मोटे केबिल के तार का हंटर बनाकर मारा करता था। एक दिन में वो तीन से चार घंटे मारता था। थक जाने पर पानी पीकर फिर मारना शुरू करता। ज्यादा गुस्सा आने पर मेरे गालो और हाथों पर जोर से दांत काट लिया करता था।

इसके बाद मैं बेहोश हो जाती तो पानी डालकर उठाता और फिर मरना शुरू कर देता था। इधर दो दिनों से उसकी ज्यादती इतनी बढ़ गई थी कि उसने मेरे ऊपर चाकू से मेरे सिर, पैर की एड़ी और हाथ के पंजे को घायल किया।

इससे भी उसका मन नहीं भरा तो मेरे सीने पर खड़ा होकर मेरा सीना मसलना शुरू किया। मेरे अंदुरूनी अंगों पर उसने बेरहमी से मारा।

इलाज करने वाले डॉक्टर भी जख्मों को देख सहम जा रहे हैं

सीतारून निशा के जीजा नईमुद्दीन ने बताया की कल भदोही से किसी पड़ोसी का फोन मेरे साले शब्बीर को आया था। जिस पर जब हम लोग वहां पहुंचे तो इसके कमरे का दरवाजा बंद था।

खटखटाने पर जफर ने इसके मुंह पर कपड़ा डालकर दरवाजा खोला और बाहर निकल गया। सीतारून निशा के साथ उसका देवर और मां रहती है। वो दोनों इतना डरे थे कि खुद ही इसको ले जाने को कहने लगे।

वहीं भाई शब्बीर ने बताया कि बहन का पूरा का पूरा शरीर काला पड़ गया है। इलाज करने वाले डॉक्टर को इंजेक्शन लगाने के लिए सोचना पड़ रहा है कि शरीर के किस हिस्से में इंजेक्शन लगाएं। क्योंकि पूरे शरीर पर चोट के गंभीर निशान हैं।

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