जिसे कभी काला कहकर लोग उड़ाते थे मजाक,उसे मिला बेस्ट बॉडी फिगर अवॉर्ड

0

वाराणसी। डीएलडब्लू जलाली पट्टी की रहने वाली 16 साल की पाखी सिंह ने थाईलैंड में मिस एंड मिस्टर इंडिया एशिया पैसिफिक 2017 का फर्स्ट रनर अप और बेस्ट बॉडी फिगर अवॉर्ड जीता है।

पाखी के स्टेशन पहुंचते ही बधाई देने वालों का तांता लग गया था। इसी जीत पर जब पाखी से बात की गई तो उन्होंने अपने जीवन के कई राज खोले, पाखी ने बताया कि कभी ऐसा भी दिन उन्होंने देखा है जब सावला होने के कारण लोग उसे ताने देते थेl

पाखी ने बताया कि यही ताना मेरा पावर बना और आज यहां पहुंच गई। जो लोग ताने मारते थे वो अब मेरे साथ सेल्फी लेने के लिए आते हैं और मुझे बधाई दे रहे है।

जनरल डिब्बे में बैठ गई थी ऑडिशन देने

इंटर की स्टूडेंट पाखी ने बताया कि 17 जून को मेरा ऑडिशन दिल्ली में था। मेरा रिजर्वेशन नहीं हुआ तो जनरल डिब्बे में सवार होकर ऑडिशन देने पहुंची। वहां 2500 लड़कियों में इंडिया से 4 लड़कियों का सेलेक्शन हुआ।

पाखी के पिता डॉ. तीर्थ राज सिंह जो सामुदायिक केंद्र सुल्तानपुर में कार्यरत हैं। मां दीपा सिंह हाउस वाइफ है। पाखी के परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है तो छोटी बहन का नाम बुंदसी राज सिंह है। अपनी बड़ी बहन की जीत पर पाखी से कहीं ज्यादा बुंदसी खुश हैं।

सजने-संवरने पर उड़ाते थे हंसी

यही नहीं पाखी ने बताया कि मुझे सज-संवर के रहने का शौक है। स्कूल में और पड़ोस में लोग कहते थे, लगता है मॉडल बन जाओ और मेरी हंसी उड़ाते थे। पहली बार 2014-15 मिस डेजल ऑडिशन लोकल लेबल पर हो रहा था, पाखी यहां सेकेंड रनर अप बनी। तब से मुझे मॉडलिंग का जुनून हो गया।

2016 में मिस बनारस का ऑडिशन दिया और कंप्टीशन में मिस बनारस बनी और बेस्ट स्माइलिंग का एवॉर्ड मिला। 2017 में मिस फेमिनाइ कंप्टीशन में दिल्ली गई, जहां मुझे मोस्ट फेमस ऑन फेसबुक अवॉर्ड मिला।

2017 में ही नार्थ इंडिया कंप्टीशन में पार्टिसिपेट किया। जिसमे मुझे बेस्ट वॉक अवॉर्ड मिला।

मिस एशिया पैसिफिक 2017 की राह नहीं थी आसान

मिस एशिया पैसिफिक 2017 में सात देशों- दुबई, थाईलैंड, इंडिया, मलेशिया, श्रीलंका, सिंगापुर और इंडोनेशिया शामिल था। जिसमे 30 लोग फाइनल में आए थे।

थाईलैंड में सबसे कठिन टास्क 6 इंच हिल वाले सैंडिल को पहनकर चार घंटे में बारी-बारी रैंप पर जाना था। थाईलैंड कंप्टीशन में मुझे 2 लाख का ड्रेस मिस कोलंबिया ने पहनाया था। जिसे पहनकर मैं रैंप पर गई थी।

अगला लक्ष्य मिस यूनिवर्स बनना है

पिता डॉ. तीर्थराज ने बताया कि बेटी की जिसमे इच्छा थी, मैंने रोका नहीं। दुख होता था, जब लोग उसे सांवली, काली कहकर मजाक उड़ाते थे। आज उसने  भारत का नाम ग्लैमर में रोशन किया और अब अगला लक्ष्य मिस इंडिया से यूनिवर्स तक का है।

मां दीपा ने बताया कि मेरी बेटी ने लोगों के ताने को हथियार बना लिया। फक्र है, जिन्होंने बदसूरत होने का ताना दिया। आज वो बधाई देने घर और फोन कॉल कर रहे हैं। वहीं पाखी ने बताया कि खाने में मुझे शाकाहारी खाना अच्छा लगता है। खाना सबकुछ बनाने आता है। पाखी नेशनल बैडमिंटन प्लेयर के साथ योगा चैंपियन भी है।

LEAVE A REPLY