बेंगलुरु। Milk Price Hike 1 अगस्त से कर्नाटक के लोगों की जेब पर असर पड़ने वाला हैं। कर्नाटक सरकार ने नंदिनी दूध की कीमत 3 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का फैसला किया है। नंदिनी राज्य में 22 हजार से अधिक गांवों तक पहुंच है। इसके साथ ही इससे 24 लाख से अधिक मिल्क प्रोड्यूसर सदस्य जुड़े हुए हैं। राज्य सरकार की ओर से यह फैसला सीएम सिद्धारमैया, सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना, कर्नाटक मिल्क फेडरनेशन, जिला दुग्ध सहकारी समितियों और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के बाद आया है।
नंदिनी दूध की कीमतें बढ़ाए (Milk Price Hike) जाने पर सीएम सिद्धारमैया ने शुक्रवार को कहा कि कर्नाटक सबसे कम कीमत पर दूध बेच रहा है, जबकि अन्य राज्यों में दूध की कीमतें बहुत अधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा, “39 रुपये की कीमत वाला टोन्ड दूध 1 अगस्त से 42 रुपये प्रति लीटर बेचा जाएगा। अन्य जगहों पर यह 54 रुपये से 56 रुपये प्रति लीटर के बीच बेचा जाता है, जबकि तमिलनाडु में 44 रुपये प्रति लीटर है।” दूध की कीमतें बढ़ाए जाने पर उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा, “हमें किसानों (दूध उत्पादकों) को पैसा देना होगा। आज पूरे देश में टोन्ड दूध 56 रुपये प्रति लीटर है। हमारे राज्य में लोगों को बहुत कम कीमत पर मिल रहा है।”
प्रतिदिन 84 लाख किलों से अधिक दूध की खरीद
नंदिनी मिल्क ब्रांड प्रतिदिन विभिन्न मिल्क यूनियन की मदद से प्रतिदिन 84 लाख किलो से अधिक दूध की खरीद करता है, जिसे मार्केटिंग कर अलग-अलग गांव व शहरों तक पहुंचाया जाता है। वर्तमान में यह कंपनी 65 से अधिक मिल्क उत्पाद बेचती हैं। इसके डबल टोंड दूध की कीमत 38 रुपये, जबकि टोंड दूध की कीमत 39 रुपये है। इसका टोंड दूध राज्य में सबसे अधिक बिकने वाला दूध है।
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