kolkata woman doctor murder : कोलकता में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की वारदात के खिलाफ देशभर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। कई राज्यों में डॉक्टर जगह-जगह सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली समेत एनसीआर में भी डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। दिल्ली में डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया है।
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मंगलवार सुबह मंगोलपुरी के राजीव गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। प्रदर्शन के चलते मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। दुष्कर्म की वारदात के खिलाफ डॉक्टर केंद्र सरकार से इंसाफ मांग रहे हैं।
एम्स में 80 फीसदी तक सर्जरी प्रभावित
बीते सोमवार को एम्स और आरएमएल अस्पताल समेत कई डॉक्टर हड़ताल पर थे। रेजिडेंट डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण एम्स में 80 फीसदी तक सर्जरी प्रभावित हुई। एम्स की चिकित्सा अधीक्षक डॉ निरुपम मदान से मिली जानकारी के मुताबिक एम्स में सोमवार को मेजर 98 और माइनर 96 सर्जरी हुई।
देशभर में ओपीडी बंद का एलान
आज देशभर में ओपीडी बंद का एलान किया है। बंगाल के कोलकता शहर में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ देशभर के डॉक्टरों और स्टाफ में उबाल है। डॉक्टर अपनी सुरक्षा के लिए सरकार से मांग कर रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर अपनी सुरक्षा और कोलकाता मामले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली के एम्स अस्पताल की ओर से डॉक्टरों के लिए बीते दिन एडवाइजरी जारी की गई। एम्स ने सभी रेजिडेंट डॉक्टरों को अस्पताल में और उसके आसपास किसी भी हड़ताल, धरना और प्रदर्शन के खिलाफ चेतावनी देते हुए एक कार्यालय ज्ञापन जारी किया था।
सफदरजंग ने बंद दी शाम की ओपीडी
हड़ताल को देखते हुए सफदरजंग अस्पताल ने शाम की ओपीडी, दोपहर की क्लीनिक, डिस्पेंसरी में सीजीएचएस विशेषज्ञ की सुविधा को हालत सामान्य होने तक रोका गया है। प्रशासन का दावा है कि हड़ताल के कारण सेवाएं ज्यादा प्रभावित नहीं हुई। इसी तरह जीबी पंत, लोकनायक, आरएमएल सहित दूसरे अस्पतालों ने भी दावा किया कि उनके यहां सेवाएं प्रभावित नहीं हुई है।
मरीजों के लिए इमरजेंसी बनीं सहारा
डॉक्टरों की हड़ताल के बीच इमरजेंसी में सुविधाएं मरीजों के लिए सहारा बनी। ओपीडी में परेशान हुए गंभीर मरीज तुरंत इमरजेंसी में चले गए। यहां पर उन्हें डॉक्टरों ने इलाज के साथ दवा भी उपलब्ध करवा दी। लोकनायक में आए कुलदीप ने कहा कि मां को चक्कर आ रहे थे। काफी देर तक ओपीडी में बैठने के बाद भी जब डॉक्टर नहीं दिखते तो गार्ड के कहने पर तुरंत इमरजेंसी में आ गए। यहां पर डॉक्टरों ने मां को देखा और दवा लिख दी।