श्रीनगर/जम्मू: जम्मू-कश्मीर में जिंदगी तेजी से पटरी पर लौट रही है। जम्मू जहां पूरी तरह सामान्य हो रहा है, वहीं घाटी में लोग ईद की तैयारी में जुट गए। लोग यही चाहते हैं कि निषेधाज्ञा जल्द हटे। पत्थरबाजों और आजादी का नारा देने वालों का एजेंडा अब खत्म हो चुका है। सभी चाहते हैं कि ईद के रंग में भंग न पड़े।
कश्मीर की गलियों और बाजारों में पसरा सन्नाटा गायब हो रहा है। सड़कों पर सुरक्षाबल घट रहे हैं। दुकानें खुल रही हैं, जो बता रही हैं कि ईद से पहले सब कुछ सामान्य हो जाएगा। हालांकि प्रशासन ने हालात को देखते हुए निषेधाज्ञा जारी रखी है। मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं।
चार दिन बाद खुला कारगिल
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने और लद्दाख को केंद्र शासित राज्य बनाने के विरोध में चार दिन से बंद कारगिल शनिवार को खुल गया। ईद को देखते हुए कारगिल को खोला गया है। कारगिल में शुक्रवार को राज्य के गृह विभाग में प्रमुख सचिव शालीन काबरा ने भाजपा को छोड़ सभी राजनीतिक दलों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के नेताओं से मुलाकात की थी।
इन नेताओं का कहना था कि लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला कारगिल को मंजूर नही है। हम न जम्मू कश्मीर का विभाजन चाहते थे और न ही हमें केंद्र शासित प्रदेश ही चाहिए था। उन्होंने कहा कि हम केंद्र शासित राज्य के दर्जे को तभी स्वीकार करेंगे जब हमारी संस्कृति, रोजगार और भूमि के अधिकार के सरंक्षण का विश्वास दिलाया जाए।