प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर को एशिया की सबसे लंबी बाई-डायरेक्शनल सुरंग का तोहफ़ा देंगे. कई मायनों में रिकॉर्ड बनाने वाली यह सुरंग देश के किसी भी हाईवे पर बनी सबसे लंबी सुरंग है. इस सुरंग की लंबाई 10.89 किलोमीटर है. जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर चेनानी से नाशरी तक बनी ये सुरंग दोनों इलाकों के बीच की दूरी को दो घंटे तक कम कर देगी.
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को अपने फेसबुक पेज पर इस सुरंग के निर्माण से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें इसकी कई खूबियों का जिक्र किया गया है. 2519 करोड़ रुपये में बनी इस सुरंग पर भीषण बर्फबारी का भी कोई असर नहीं रहेगा. यानि दिसंबर-जनवरी की बर्फबारी में भी यह खुली रहेगी.
यह सुरंग अंतरराष्ट्रीय स्तर के सुरक्षा फीचर्स से लैस है. इसे जम्मू कश्मीर की दुर्गम पहाड़ियों जैसे इलाके में भी रिकॉर्ड 4 साल में बना दिया गया.
भारत की इस सबसे लंबी हाईवे सुरंग में अत्याधुनिक वेंटिलेशन सिस्टम लगे हुए हैं. सुरक्षा के लिए इसमें एडवांस्ड स्कैनर भी लगे हैं, जो किसी भी खतरे को भांपने में सक्षम हैं. इस सुरंग में वेंटिलेशन के साथ-साथ इमरजेंसी कॉल बॉक्स और आग से लड़ने के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम भी लगा हुआ है.
ये भी हैं खूबियां…
-इस सुरंग से जम्मू और श्रीनगर के बीच सड़क से सिर्फ पांच घंटे का ही सफर रह जाएगा. अभी जम्मू से कश्मीर जाने में 10 घंटे लगते हैं.
-एक अनुमान के मुताबिक ये सुरंग हर रोज देश का 37 लाख रुपये का ईंधन बचाएगी.
-खराब मौसम में यात्रियों को कश्मीर जाने में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.
-इस सुरंग से जम्मू-कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा.
– इसमें हर 75 मीटर की दूरी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
– यह सुरंग 1200 मीटर की उंचाई पर स्थित है.
-सुरंग के बनने से पेड़ों की कटाई कम होगी.
-इस सुरंग से अब चेनानी और नशरी के बीच की दूरी 41 किलोमीटर के बजाय महज 10.9 किलोमीटर रह जाएगी