Farmers march to delhi : पंजाब के किसान अपनी मांगों के लिए फरवरी से शंभू बाॅर्डर पर मोर्चा लगाकर बैठे हैं। अब किसानों ने पैदल दिल्ली जाने का एलान किया है। शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे संगठन से जुड़े 100 सदस्य शंभू बॉर्डर से आगे बढ़ेंगे। हरियाणा पुलिस ने इन्हें किसी भी कीमत पर आगे नहीं बढ़ने देगी।
PM housing scheme : मार्च तक निर्बल वर्ग के लिए तैयार होंगे 16 हजार किफायती घर
महाराष्ट्र से चंडीगढ़ लौटे सीएम सैनी, किसान मामले पर लेंगे फीडबैक
हरियाणा पुलिस के पुख्ता इंतजामों के बीच शंभू सीमा पर बैठे किसान संगठन आगे बढ़ने की तैयारी में है। मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी स्थिति पर बराबर नजर बनाए हुए हैं। वह महाराष्ट्र से लाैटने के बाद पल-पल अधिकारियों से फीडबैक ले रहे हैं। वहीं सूत्रों के सूचना मिली है कि सरकार किसान संगठनों से बातचीत पर विचार कर सकती है।
हरियाणा साइबर पुलिस किसानों के सोशल मीडिया अकाउंट पर रख रही नजर
किसान संगठन से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं के सोशल मीडिया पर हरियाणा साइबर पुलिस की पैनी नजर है। सूत्रों के अनुसार पुलिस इनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर आगामी आदेश तक पाबंदी लगा सकती है। ताकि किसी तरह का भड़काऊ बयान, वीडियो या फोटो दिल्ली कूच करने को लेकर अपडेट नहीं किया जा सके। सरकार शांतिपूर्ण माहौल के लिए कदम उठा सकती है।
बहादुरगढ़ में पुलिस ने चाैकसी बढ़ाई
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर दिल्ली और हरियाणा पुलिस सतर्क हो गई है। बहादुरगढ़ के थानों में पुलिस कर्मचारियों को स्टैंड बाय रखा गया है। – दिल्ली पुलिस के जवान भी बॉर्डर पर तैनात हैं। टिकरी बॉर्डर पर लोहे के बड़े कंटेनर लाए गए हैं। कंटेनरों को साइड में रिजर्व रखा गया है। वहीं लोहे और सीमेंट के बैरिकेड भी तैयार है। किसानों के आने पर दिल्ली का रास्ता बंद करने की तैयारी हो रही है। फिलहाल यातयात दोनों तरफ से सामान्य है। दिल्ली पुलिस ने कंट्रोल रूम के लिए कैनोपी भी लगाई है।
किसानों ने बनाई रणनीति
किसानों ने आगे बढ़ने के लिए रणनीति बनाई है। सूत्रों के अनुसार, जत्थे में सबसे आगे उम्रदराज किसान रहेंगे। यदि ऐसा हुआ तो पुलिस के सामने बड़ी चुनाैती होगी।
गुहला-चीका में कड़ी सुरक्षा
गुहला-चीका में पंजाब बॉर्डर पर अभी रास्ता तो नहीं बंद किया गया है, लेकिन सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। किसानों के दिल्ली कूच को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है। 2021 में हुए किसान आंदोलन के दौरान गुहला के बॉर्डरों से किसान दिल्ली गए थे।
इसी बीच प्रशासन ने जिले में धारा 163 को भी लागू किया है। गुहला-चीका में पटियाला रोड पर स्थित टटियाना बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन की ओर से बैरिकेडिंग की गई है। डीएसपी कुलदीप बैनीवाल स्वयं स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। बैनीवाल ने बताया कि सरकार के आदेशों के तहत बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। बॉर्डर पर किसी भी स्थिति में किसानों को ट्रैक्टर लाने और प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
Jharkhand : झारखंड में हेमंत सोरेन कैबिनेट का शपथग्रहण