नई दिल्ली। Biparjoy Cyclone in Gujarat : गुजरात में तूफान आने से पहले ही इसके तबाही के दृश्य दिखने लगे हैं। तूफान के चलते गुजरात के कई गांवों में कटी बिजली, वहीं समुद्र में उठ रहीं तेज लहरों के कारण गोमती घाट डूब गया है और द्वारकाधीश मंदिर परिसर में भी पानी घुस गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तूफान 145 किमी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
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बिपरजॉय तूफान को लेकर अपडेट (Biparjoy Cyclone in Gujarat)
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 145 किमी की रफ्तार से गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है और अब केवल 150 किमी की दूरी पर है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आशंका जताई है कि तूफान शाम 4 से 8 बजे के बीच मांडवी, सौराष्ट्र और कच्छ और आसपास के तटों से टकराएगा।
तूफान को लेकर मौसम विभाग ने गुजरात के कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। गुजरात के सबसे प्रसिद्ध मंदिर द्वारकाधीश और सोमनाथ मंदिर भी आज बंद रखे गए।
बिपरजॉय को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा NDRF की 18 और SDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं। बचाव टीमों ने अब तक 8 जिलों से करीब एक लाख लोगों को प्रभावित इलाकों से हटाने का काम किया है। खराब स्थिति में लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए भी टीमें तैनात की गई हैं।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने चक्रवाती तूफान से होने वाले संभावित खतरों की समीक्षा के लिए आज द्वारका के साथ-साथ गोमती घाटों के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के स्टेट ईमरजन्सी ऑपरेशन सेन्टर पहुंचकर चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के संभावित खतरे को लेकर स्थिति का जायजा लिया। सीएम ने अधिकारियों को संबंधित दिशा-निर्देश भी दिए।
केंद्र सरकार ने मीडिया आउटलेट्स से चक्रवात बिपरजॉय को कवर करने के लिए रिपोर्टर्स को तैनात करते समय अत्यधिक सावधानी बरतने को कहा है।
रक्षा मंत्रालय ने भी तूफान को लेकर तैयार कर रखी है। मंत्रालय ने कहा कि सेना, नौसेना, वायु सेना और भारतीय तटरक्षक सहित सभी सशस्त्र बलों ने गुजरात के स्थानीय लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक तैयारी कर ली है।
राज्य सरकार ने सुरक्षा कदम उठाते हुए मछली पकड़ने की गतिविधियों को 16 जून तक निलंबित कर दिया है। भारी वर्षा और तेज हवाओं के कारण बंदरगाह भी बंद कर दिए गए हैं।
द्वारका के पास समुद्र में तेज बहाव है, गोमती में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा और समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं।
पश्चिम रेलवे ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन संचालन सुनिश्चित करने के लिए एहतियात के तौर पर 76 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
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