नई दिल्ली। Ambareesh Murty : पेपरफ्राई के सह-संस्थापक और सीईओ अंबरीश मूर्ति का कार्डियक अरेस्ट के कारण लेह में निधन हो गया है। इसकी जानकारी कंपनी के सह-संस्थापक और सीओओ आशीष शाह ने दिया है। अंबरीश मूर्ति की आयु 51 वर्ष की थी। इनका निधन बीती रात लेह में हुआ था। यह एक एंजल इन्वेस्टर थे। अंबरीश मूर्ति ने साल 2012 में पेपरफ्राई कंपनी की शुरुआत की थी।
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पेपरफ्राई के सह-संस्थापक आशीष शाह ने ट्वीट करके कहा
यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि मेरे दोस्त, गुरु, भाई आत्मीय अंबरीश मूर्ति अब नहीं रहे। कल रात लेह में दिल का दौरा पड़ने से हमने उन्हें खो दिया। कृपया उनके लिए प्रार्थना करें और उनके परिवार तथा करीबियों को शक्ति प्रदान करें।
अंबरीश मूर्ति की पढ़ाई
मूर्ति ने हाल ही में अपने लिंक्डइन पोस्ट पर पेपरफ्राई में 12 साल पूरे करने की घोषणा की। वह आईआईटी कलकत्ता, 1996 बैच के पूर्व छात्र थे। उन्होंने 1994 में दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी। मूर्ति ने अपने ट्विटर प्रोफाइल पर बताया था कि वह खुद को एक गुप्त समाजोपथ मानते हैं। उन्हें महाकाव्य कल्पनाएं पढ़ना पसंद है। इसी के साथ उन्हें इतिहास बी काफी पसंद है।
अंबरीश मूर्ति का करियर
अंबरीश मूर्ति के पास एफएमसीजी, वित्तीय सेवाओं और इंटरनेट उद्योगों में सामान्य प्रबंधन का 27 साल का अनुभव था। मूर्ति ने अपने करियर की शुरुआत कैडबरी के सेल्स और मार्केटिंग डिवीजन में की, इसके बाद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, ब्रिटानिया और लेवी में छोटे कार्यकाल के लिए काम किया।
लिंक्डइन पर उनकी प्रोफाइल के अनुसार, मूर्ति ने ईबे में भारत, फिलीपींस और मलेशिया के कंट्री मैनेजर के रूप में शामिल होने से पहले 2003-05 तक बैंगलोर में एक वित्तीय प्रशिक्षण और व्यवसाय परामर्श फर्म, ओरिजिन रिसोर्सेज चलाया था। इस फर्म में वह 2011 तक कार्यरत थे। मूर्ति ने 2012 में शाह के साथ ओमनीचैनल फर्नीचर और होम डेकोर कंपनी पेपरफ्राई की स्थापना की थी। इस साल पेपेरफ्राई को 12 साल पूरे हो चुके हैं।
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