मुंबई। तूफान टाक्टे की वजह से मुंबई में सोमवार को भारी बारिश हो रही है। तेज हवा के चलते कई जगहों पर सैकड़ों पेड़ उखड़ कर गिर गए। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से तूफान से संबंधित स्थिति पर बातचीत की। मुंबई में बारिश के कारण जगह-जगह पानी भरने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। भारी बारिश और हवाओं के कारण मुंबई में शिवसेना भवन के पास पेड़ और बिजली का पोल उखड़ गया। इस बीच, मुंबई एयरपोर्ट को भी बंद कर गिया गया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि तूफान को लेकर महाराष्ट्र सरकार पिछले तीन दिनों से सतर्क है। राज्य आपदा प्रबंधन 24 घंटे काम कर रहा है। सारे जिलों को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है। लगातार बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। बीकेसी के कोविड सेंटर को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। 193 मरीजों जिनमें 73 मरीज आइसीयू में थे विभिन्न अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। इससे पहले रविवार को तेज हवा के चलते झोपड़ी पर पेड़ गिरने से दो बहनों की मौत हो गई थी, जबकि एक महिला घायल हो गई थी।
कोरोना रोकने के लिए सरकार की नई गाइडलाइंस जारी
पालघर के जिलाधिकारी ने कहा कि
नागरिकों से गुजारिश है कि तूफान की वजह से हवा बहुत तेज रहेगी और तेज बारिश भी होने वाली है। जिले में हाई अलर्ट है। जिनके कच्चे मकान हैं, वे पक्के मकान या जिला परिषद के स्कूल में जाएं। घर से बाहर न जाएं। गौरतलब है कि अरब सागर से उठा समुद्री तूफान टाक्टे केरल, कर्नाटक और गोवा के तटवर्ती इलाकों में तबाही मचाते हुए रविवार को आगे बढ़ गया। बारिश और तेज हवाओं से सैकड़ों घर उजड़ गए। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी। तूफान से जुड़े हादसों में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई।
नडीआरएफ की 101 टीमों के साथ कोस्टगार्ड, नौसेना और वायुसेना
हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 101 टीमों के साथ कोस्टगार्ड, नौसेना और वायुसेना भी मुस्तैद है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा के मुख्यमंत्रियों और दमन और दीव और दादरा नगर हवेली के प्रशासकों के साथ बैठक कर बचाव की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने तूफान के दौरान कोविड अस्पतालों और आक्सीजन प्लांट की सुरक्षा का विशेष प्रबंध करने और आक्सीजन का पर्याप्त स्टाक रखने का निर्देश दिया। वहीं कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भी नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की।
तूफान से सात जिलों के 70 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए
टाक्टे के कारण केरल में हुई भारी बारिश से राज्य के कई बांधों में जल स्तर बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। संभावित खतरे के प्रति राज्य प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। कर्नाटक के उत्तर कन्नड़, उडुपी, चिकमंगलुरु और शिवमोगा में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। तूफान से सात जिलों के 70 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं। कई जगह घर, पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी हो गए हैं। गोवा में रविवार सुबह से ही तेज हवाएं चलनी लगीं। बारिश और तूफान के कारण यहां कई जगह बिजली के खंभे और पेड़ गिरने से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। गुजरात में निचले तटवर्ती इलाकों में रहने वाले 1.5 लाख लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। मंगलवार सुबह तक हवाओं की रफ्तार में और बढ़ोतरी हो सकती है।