देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी की ताजपोशी की सूचना पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग ने खुशी व्यक्त करते हुए इसका पुरजोर समर्थन किया है।
राजीव भवन स्थित कार्यालय में विभाग के प्रदेश अध्यक्ष कै बलवीर ंिसह रावत की अध्यक्षता में पूर्व सैनिकों की बैठक हुई। राहुल गांधी की राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में ताजपोसी की सूचना पर खुशी जाहिर करते हुए पूर्व सैनिकों ने सर्वसमति से प्रस्ताव पारित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर कार्यरत रहते हुए राहुल गांधी में भारत का भविष्य नजर आने लगेगा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार होगा।
इस असवर पर पूर्व सैनिकों ने सोनिया गांधी के द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनके द्वारा निभाई गई उत्कृष्ट भूमिका की भूरि-भूरि प्रशंसा की और उनकी दीर्घायु की कामना की। बैठक में कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा सैनिकों व उनके परिवारों का मान व सम्मान किया है। कांग्रेस पार्टी इस परम्परा की निरन्तरता बनाये रखेगी। कै रावत ने भाजपा पर आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार का पूरा लाव लस्कर अपनी पार्टी के नेताआंे और केन्द्रीय मंत्रियों की आवाभक्ति में व्यस्त है। प्रदेश में विकास की गति पूरी तरह से फ्रीज हो चुकी है। भाजपा सरकार कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में संचालित जनहित की योजनाओं केा बन्द कर रही है या उकने नामों को बदलकर श्रेय लोने की कोशिश कर रही है। चूंकि कांग्रेस पार्टी की सरकार का कार्यकाल पूरी तरह से जनहित व जनसेवा और प्रदेश के सर्वागीण विकास पर आधारित रहा है। इसलिए प्रदेश के पूर्व सैनिक कांग्रेस पार्टी की नीतियों का अनुसरण करें।
अन्त में अध्यक्ष पद पर 6 वर्षो का कार्यकाल पूरा कर चुके कै बलवीर सिंह रावत ने (पूर्व सैनिक विभाग) के प्रदेश अध्यक्ष पद पर किसी अन्य कांग्रेस समर्पित पूर्व सैनिक की नियुक्ति किये जाने की हिमायत की है। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान पूर्व सैनिक विभाग को इस आशय की सूचना दे दी गई है। क्योंकि इस पद पर नियुक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष की संस्तुति से ही की जाती है। उन्होंने कहा कि राजनीति में किसी भी निर्णय को लेने के कारण होते है। कारण फिलहाल मैं स्पष्ट नही करना चाहता है।
इस अवसर पर कर्नल एससी शर्मा, कर्नल मोहन सिंह रावत, मेजर हरि सिंह चौधरी, कै. सहदेव प्रसाद, सु.मे. एमएस नेगी, सु.मे. सीएम भट्ट, सु. शम्भू प्रसाद नौटियाल, बलवन्त सिंह कार्की, सु. सुदर्शन सिंह, सुवेदार खुशहाल सिह राणा लक्ष्मण सिंह रावत, बलवीर सिंह पंवार एवं सु. मोहन सिंह रावत आदि उपस्थित थे।