चेन्नै/पुडुचेरी: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘निवार’ में बदल चुका है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, निवार तूफान बुधवार शाम 5 बजे तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकरा सकता है। इसके बाद तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश में आशंका जताई जा रही है। गंभीर चक्रवात के मद्देनजर दोनों राज्यों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पुडुचेरी में सीएम नारायणसामी खुद समुद्र तटों पर जायजा लेने पहुंचे।
सर्दी के मौसम में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने के उपायों पर चर्चा कर
दिल्ली मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया, ‘अभी चेन्नई से 50 किमी दक्षिण-पश्चिम में है और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और कल शाम 5 बजे तक तक कराईकल और ममल्लापुरम के बीच पुडुचेरी में लैंडफॉल होगा।’ इस बीच पुडुचेरी के गांधी तट पर तेज हवाएं बह रही हैं। तेज हवाओं के कारण समुद्र से ऊंची लहरें उठ रही हैं।
तमिलनाडु में 27 नवंबर तक लगातार बारिश का अलर्ट
वहीं चेन्नै मौसम विभाग से एस बालचंद्रन ने बताया, ‘पुडुचेरी के आसपास कराईकल और ममल्लापुरम के बीच गंभीर चक्रवाती तूफान के टकराने की आशंका है। इस चक्रवात के चलते तमिलनाडु में 27 नवंबर तक बारिश होने की उम्मीद है।’
तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे पुडुचेरी सीएम
निवार चक्रवात के अलर्ट के बाद पुडुचेरी में खुद मुख्यमंत्री वी नारायणसामी तटीय इलाकों में तैयारी का जायजा लेने गए। नारायणसामी ने बताया, ‘सभी विभाग हाई अलर्ट पर हैं और पानी, बिजली की बहाली के लिए करीबी सहयोग से काम करेंगे। हम यह सुनिश्चित करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं कि चक्रवात के चलते किसी तरह की जनहानि न हो।’
तमिलनाडु-पुडुचेरी में NDRF की 30 टीमें
चक्रवात के मद्देनजर सुरक्षा तैयारियां भी चाक चौबंद कर ली गई है। एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया, ‘हमारे पास आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में कुल 30 टीमें हैं। पुड्डुचेरी और तमिलनाडु में हमारी संयुक्त रूप से 9 टीमें हैं। एक एनडीआरएफ बटालियन अराकोणम और दूसरी विजयवाड़ा में मौजूद है।’
पुडुचेरी में आज रात 9 बजे से धारा 144 लागू
पुडुचेरी क्षेत्र में जिला प्रशासन ने आज रात 9 बजे से 26 नवंबर सुबह 6 बजे तक धारा 144 लगाने के आदेश दिए हैं। इस दौरान सभी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। सिर्फ मिल्क स्टेशन, पेट्रोल स्टेशन और फार्मेसी को ही चालू करने की अनुमति रहेगी।
सुरक्षित स्थानों पर विस्थापन
अधिकारियों ने बताया कि तूफान को देखते हुए चेन्नै में चेम्बरमबक्कम समेत कई जलाशयों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और निचले स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया जा रहा है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पश्चिमी हिस्से के ऊपर निर्मित हुआ गहरे दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर की ओर बढ़ा और चक्रवाती तूफान ‘निवार’ में तब्दील हो गया। यह पुडुचेरी से 410 किलोमीटर और यहां से 450 किलोमीटर दूर स्थित है।
अगले 24 घंटे में विकराल हो सकता है तूफान
अगले चौबीस घंटे में चक्रवाती तूफान के और विकराल रूप धरने की आशंका है। अगले 12 घंटे में इसके पश्चिम-उत्तर की ओर बढ़ने और इसके बाद उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने की प्रबलआशंका है। एक बुलेटिन में बताया गया कि तूफान, 25 नवंबर की शाम को कराईकल और मामल्लापुरम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकरा सकता है। इसके साथ ही 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवा चलने की आशंका है। मछुआरों कोसमुद्र में न जाने की पहले ही हिदायत कर दी गई है।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य हुईं कोरोना संक्रमित,भगत सिंह कोश्यारी से की थी मुलाकात