दिल्ली: भारत में नए संसद भवन के निर्माण होने जा रहा है। करीब 971 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे संसद के नए भवन का शिलान्यास पीएम मोदी ने किया। शिलान्यास की शुरुआत गणेश पूजन से किया गया। उसके बाद भूमि पूजन हुआ, भगवान विष्णु समेत भगवान वराह के स्वरूप का भी पूजन किया गया। भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी ने संसद भवन की आधारशिला रखी। इस दौरान सर्वधर्म पार्थना का आयोजन किया गया।
CM त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिपरिषद ने इस अहम फैसले को दी मंजूरी
चार मंजिला नए संसद भवन का निर्माण 971 करोड रुपए की अनुमानित लागत से 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव है। इसका निर्माण कार्य भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ तक पूरा कर लिया जाएगा। नई इमारत भूकंप रोधी होगी जिसमें एकसाथ 1224 सांसद बैठ सकेंगे।
हर सांसद को मिलेगा 40 वर्गमीटर का दफ्तर
प्रत्येक संसद सदस्य को दोबारा निर्मित श्रम शक्ति भवन में कार्यालय के लिए 40 वर्ग मीटर स्थान उपलब्ध कराया जाएगा जिसका निर्माण 2024 तक पूरा किया जाएगा। नए संसद भवन के निर्माण का प्रस्ताव उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू एवं लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्रमशः राज्यसभा और लोक सभा में 5 अगस्त 2019 को किया था।
टाटा प्रॉजेक्ट्स लिमिटेड कर रहा निर्माण
नए संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के मैसर्स एचसीपी डिजाइन और मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है और इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड की ओर से किया जाएगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा नया भवन
नए भवन को सभी आधुनिक ऑडियो – वीडियो संचार सुविधाओं और डाटा नेटवर्क प्रणालियों से सुसज्जित किया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान संसद के सत्रों के आयोजन में कम से कम व्यवधान हो और पर्यावरण संबंधी सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया जाये। लोकसभा सचिवालय के मुताबिक नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी, जिसमें संयुक्त सत्र के दौरान 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी होगी। इसी प्रकार, राज्य सभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी।