नई दिल्ली, सशस्त्र बल न्यायाधिकरण ने वाइस एडमिरल बिमल वर्मा की एक याचिका को खारिज कर दिया है। दरअसल, पिछले दिनों नेवी चीफ एडमिरल कर्मबीर को नौसेना प्रमुख नियुक्त किया गया था। इसके बाद वाइस एडमिरल बिमल वर्मा ने नौसेना प्रमुख के तौर पर कर्मबीर सिंह की नियुक्ति को चुनौती दी थी। नौसेना प्रमुख कर्मबीर सिंह की नियुक्ति पर बिमल वर्मा को निराशा हाथ लगी है। सशस्त्र बल न्यायाधिकरण ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया है।
एडमिरल बिमल वर्मा ने दायर की थी याचिका
नौसेना के वाइस एडमिरल बिमल वर्मा ने अपनी याचिका में कहा था कि उन्हें वरिष्ठ होने के बाद भी नौसेना का प्रमुख क्यों नहीं बनाया गया। इसके खिलाफ उन्होंने सशस्त्र बल न्यायाधिकरण में अपनी याचिका दायर की थी।
नौसेना प्रमुख ने लिया एडमिरल सुनील लांबा का स्थान
इससे पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा थे। 30 मई को वह सेवानिवृत हुए हैं। इसके बाद एडमिरल कर्मबीर सिंह को अगला नौसेना प्रमुख बनाया गया था। आपको बता दें कि भारतीय सरकार की तरफ से यह चयन मेरिट आधारित रुख अपनाते हुए लिया गया है। इसके तहत पद पर वरिष्ठतम अधिकारी को नियुक्त करने की परंपरा का पालन नहीं किया गया है। गौरतलब है कि वर्ष 2016 में ही सेना प्रमुख नियुक्ति करने पर सरकार ने वरिष्ठतम होने की परंपरा का पालन नहीं किया गया था।
नौसेना की दौड़ में रहे ये अधिकारी शामिल
इस दौरान नौसेना प्रमुख के लिए कई अन्य अधिकारी भी शामिल हुए थे। इसमें वाइस चीफ ऑफ नेवल स्टॉफ वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार, पश्चिमी नौसेना कमान के एफओसी इन सी वाइस एडमिरल अजित कुमार और दक्षिणी नौसेना कमान के एफओसी इन सी वाइस एडमिरल अनिल कुमार चावला शामिल रह हैं।